मानसून में वायरल बुखार से कैसे बचें? डॉक्टरों ने बताए ये 7 घरेलू उपाय

वायरल बुखार:मानसून का मौसम जहां हरियाली और ठंडक लेकर आता है, वहीं इसके साथ कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में सबसे आम बीमारी है वायरल बुखार, जो तेजी से फैलता है और सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। हल्का बुखार, गले में खराश, सिरदर्द और बदन दर्द इसके सामान्य लक्षण होते हैं। यदि समय पर सावधानी न बरती जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है।

1. तुलसी का काढ़ा – इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है

तुलसी भारतीय घरों में आमतौर पर पाई जाती है और इसकी पत्तियों में प्राकृतिक औषधीय गुण होते हैं।
यह वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता रखती है।

उपयोग कैसे करें:
  • 5 तुलसी की पत्तियां लें
  • 1 छोटा टुकड़ा अदरक और चुटकीभर काली मिर्च डालें
  • 1 कप पानी में 5 मिनट तक उबालें
  • छानकर गुनगुना पीएं

2. हल्दी वाला दूध – वायरल से तुरंत राहत पाने का उपाय

हल्दी को प्राकृतिक एंटीबायोटिक कहा जाता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करता है और बुखार के बैक्टीरिया से लड़ता है।

सेवन विधि:
  • 1 गिलास गर्म दूध लें
  • उसमें आधा चम्मच हल्दी मिलाएं
  • रात को सोने से पहले सेवन करें

3.भाप लेना – गले और नाक की सफाई के लिए जरूरी

भाप लेना सर्दी, जुकाम और गले की खराश में बेहद कारगर होता है। मानसून के दौरान नमी के कारण गले में बैक्टीरिया जम सकते हैं।

भाप लेने की विधि:
  • गर्म पानी में विक्स या अजवाइन मिलाएं
  • तौलिया से सिर ढंककर 5–7 मिनट तक भाप लें
  • दिन में 1 बार जरूर करें

4.नींबू और शहद – इम्युनिटी के लिए विटामिन C का स्रोत

नींबू में मौजूद विटामिन C और शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो वायरल बुखार से लड़ने में मदद करते हैं।

कैसे बनाएं:
  • 1 गिलास गुनगुना पानी लें
  • उसमें आधा नींबू और 1 चम्मच शहद मिलाएं
  • सुबह खाली पेट सेवन करें

5.अधिक पानी पिएं – शरीर को डिटॉक्स करें

मानसून में शरीर में पानी की कमी हो जाती है क्योंकि पसीना कम आता है और प्यास भी कम लगती है।

क्या करें:
  • दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं
  • नारियल पानी, नींबू पानी और छाछ जैसे हेल्दी ड्रिंक्स लें

6. इन चीज़ों से बचें – पेट की बीमारियों को न बुलाएं

मानसून में खुले में मिलने वाले खाद्य पदार्थ जल्दी खराब हो जाते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं।

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किन चीजों से बचें:
  • सड़क किनारे मिलने वाला चाट, समोसा, पकौड़ी
  • बासी भोजन या खुला कटा फल
  • गंदा पानी या अधपका खाना

7. नीम की पत्तियां – संक्रमण से लड़ने का रामबाण उपाय

नीम एक प्राचीन औषधि है जिसका प्रयोग आयुर्वेद में वर्षों से होता आ रहा है। यह शरीर को अंदर से साफ करता है और वायरस को खत्म करता है।

उपयोग कैसे करें:
  • 4–5 नीम की पत्तियां सुबह खाली पेट चबाएं
  • या नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पिएं

डॉक्टर की सलाह कब लें?

हालांकि ऊपर दिए उपाय असरदार हैं, लेकिन अगर नीचे दिए लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

“AIIMS दिल्ली ने भी वायरल बुखार में तुलसी व हल्दी के उपयोग को कारगर बताया है। click here

  • बुखार 3 दिन से अधिक बना रहे
  • बहुत तेज सिरदर्द या शरीर में कंपकंपी
  • सांस लेने में दिक्कत
  • अत्यधिक कमजोरी या थकावट

निष्कर्ष: देसी उपायों से पाएं राहत

मानसून के मौसम में थोड़ा सा ध्यान और देसी नुस्खे अपनाकर हम वायरल बुखार से सुरक्षित रह सकते हैं। ये उपाय हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद हैं और किसी भी तरह के नुकसानदायक प्रभाव नहीं डालते। लेकिन अगर लक्षण गंभीर हों तो घरेलू उपचार से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. मानसून में वायरल बुखार कितने दिन रहता है?

Ans: आमतौर पर 3–5 दिन तक रहता है, लेकिन सही इलाज से जल्दी ठीक हो जाता है।

Q2. क्या ये उपाय बच्चों के लिए भी सुरक्षित हैं?

Ans: हां, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेकर ही दें, खासकर जब बात नीम या हल्दी की मात्रा की हो।

Q3. वायरल और डेंगू में क्या अंतर है?

Ans: वायरल बुखार आम वायरस से होता है जबकि डेंगू मच्छर के काटने से होता है और प्लेटलेट्स को कम करता है।

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