तेजस्वी यादव की ‘भाई-बहन योजना’: क्या बिहार में महिला वोटरों को लुभा पाएंगे?जाने पूरा रिपोर्ट

भाई-बहन योजना 2025

बिहार की राजनीति में एक बार फिर नई हलचल मच गई है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और RJD नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक नई योजना का ऐलान किया है – “भाई-बहन योजना”। इस स्कीम को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि क्या ये 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महिला वोटरों को लुभाने की रणनीति है? आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी, इसके फायदे और राजनीतिक प्रभाव।

क्या है ‘भाई-बहन योजना’?

तेजस्वी यादव द्वारा घोषित ‘भाई-बहन योजना’ के अंतर्गत राज्य की गरीब और मध्यवर्गीय लड़कियों को हर महीने ₹1500 की सहायता राशि दी जाएगी। यह योजना स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं और स्नातक युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लाई जा रही है।

मुख्य बिंदु:
  • योजना की राशि: ₹1500 प्रतिमाह
  • लाभार्थी: 14 से 25 वर्ष की लड़कियां
  • योग्यता: बिहार निवासी, छात्रा या शिक्षित बेरोजगार
  • शुरुआत: 2025 के चुनाव के बाद RJD सरकार बनने पर

भाई-बहन योजना का उद्देश्य क्या है?

  • महिला सशक्तिकरण: लड़कियों की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना
  • शिक्षा में सहयोग: स्कूल-कॉलेज की फीस, किताबें, कोचिंग आदि में मदद
  • बेरोजगारी से राहत: युवतियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना
  • राजनीतिक रणनीति: महिला वोट बैंक को सुदृढ़ करना

RJD की यह योजना लालू प्रसाद यादव के “समाजवादी फार्मूले” की तर्ज पर बनाई गई है। तेजस्वी यादव ने 2020 में बेरोजगारों को 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। अब 2025 में महिला वोटरों को फोकस किया जा रहा है।विपक्ष की प्रतिक्रिया BJP और JDU नेताओं ने इस योजना को “चुनावी लॉलीपॉप” बताया है। उनका कहना है कि इससे पहले किए गए वादों पर काम नहीं हुआ, और अब नई स्कीमें सिर्फ वोट बटोरने के लिए लाई जा रही हैं।जनता की रायकई छात्राओं और महिलाओं ने इस योजना का स्वागत किया है।वहीं कुछ वर्गों ने इसे केवल चुनावी चाल बताया है।सोशल मीडिया पर इस योजना को लेकर #BhaiBahanYojana ट्रेंड कर रहा है।

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भाई-बहन योजना 2025 चुनाव पर क्या असर पड़ेगा?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि तेजस्वी यादव इस योजना को लेकर सही रणनीति अपनाते हैं और भरोसेमंद रोडमैप देते हैं, तो यह योजना महिला वोटरों को प्रभावित कर सकती है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।तेजस्वी यादव की ‘भाई-बहन योजना’ सिर्फ एक आर्थिक सहायता योजना नहीं है, बल्कि एक बड़ी राजनीतिक चाल भी है। इसका असली असर 2025 के विधानसभा चुनाव में देखा जाएगा। क्या ये योजना बिहार की राजनीति में गेम-चेंजर साबित होगी या फिर एक और अधूरी घोषणा बनकर रह जाएगी — यह तो वक्त ही बताएगा।

Q1. भाई-बहन योजना कब से शुरू होगी?

यह योजना RJD सरकार के सत्ता में आने के बाद लागू की जाएगी, यानी 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद।

Q2. इस योजना में कौन-कौन आवेदन कर सकते हैं?

बिहार की निवासी, 14 से 25 वर्ष की छात्राएं और शिक्षित बेरोजगार युवतियां इसके लिए पात्र होंगी।

Q3. क्या यह योजना लड़कों के लिए भी है?

नहीं, यह योजना विशेष रूप से लड़कियों और महिलाओं के लिए है।