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Bihar Vidhansabha Election 2025:भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां हर पांच साल में करोड़ों नागरिक अपने वोट के जरिए सरकार चुनते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को एक बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है — अगर वोट देने के दिन EPIC (Elector’s Photo Identity Card) यानी वोटर ID कार्ड घर पर भूल जाएं, तो क्या वे वोट दे पाएंगे?
इस सवाल का जवाब अब ECISVEEP (Election Commission of India’s Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) ने अपने आधिकारिक X (पहले Twitter) हैंडल पर दिया है।
पोस्ट में लिखा गया –
“अगर आपने मतदान के दिन EPIC साथ नहीं लाया है, तो चिंता की कोई बात नहीं! अगर आपका नाम मतदाता सूची में दर्ज है, तो आप इन 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों में से किसी एक के साथ वोट डाल सकते हैं।”
यह संदेश लाखों मतदाताओं के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। चुनाव आयोग की यह पहल सुनिश्चित करती है कि कोई भी भारतीय नागरिक सिर्फ पहचान पत्र भूल जाने के कारण अपने मताधिकार से वंचित न रह जाए।
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कौन-कौन से हैं ये 12 वैकल्पिक पहचान पत्र?
ECI द्वारा पहले भी हर चुनाव से पहले ऐसे दस्तावेजों की सूची जारी की जाती रही है, जो EPIC के अभाव में स्वीकार किए जाते हैं। आम तौर पर इन दस्तावेज़ों को वोट देने के लिए वैध माना जाता है:
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- पासपोर्ट (Passport)
- ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence)
- PAN कार्ड (Permanent Account Number Card)
- सर्विस पहचान पत्र (Service ID Card) – केंद्र / राज्य सरकार या PSU कर्मचारियों के लिए
- बैंक या डाकघर की पासबुक जिसमें फोटो हो
- स्मार्ट कार्ड जो MNREGA योजना के तहत जारी किया गया हो
- पेंशन दस्तावेज़ जिसमें फोटो हो
- आर्मी / पैरामिलिट्री / पुलिस पहचान पत्र
- विधायकों या सांसदों का आधिकारिक पहचान पत्र
- छात्र पहचान पत्र (School/College ID)
- सरकारी विभाग द्वारा जारी कोई भी फोटो पहचान पत्र
महत्वपूर्ण: ये सभी पहचान पत्र तभी मान्य होंगे जब मतदाता का नाम इलेक्टोरल रोल (मतदाता सूची) में दर्ज होगा।मतलब — केवल पहचान पत्र दिखाने से वोट नहीं डाल सकते, आपका नाम लिस्ट में होना अनिवार्य है।
ECISVEEP का उद्देश्य – हर नागरिक को मतदान के लिए प्रोत्साहित करना
ECISVEEP का यह कदम सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला नहीं है, बल्कि यह “Voter First” सोच का विस्तार है।इस पहल के तीन बड़े उद्देश्य हैं,भारत में कई बार वोटिंग प्रतिशत इसलिए कम रह जाता है क्योंकि मतदाता पहचान पत्र भूल जाते हैं या उनके पास नहीं होता। ऐसे में वैकल्पिक दस्तावेजों की अनुमति देने से लोगों की भागीदारी बढ़ेगी।और ग्रामीण इलाकों या दूरदराज़ क्षेत्रों में रहने वाले कई लोगों के पास EPIC नहीं होता। ऐसे मतदाताओं को वैकल्पिक दस्तावेजों से वोट देने की सुविधा लोकतंत्र को और समावेशी बनाती है।चुनाव आयोग यह संदेश देना चाहता है कि वोट देना किसी के लिए भी कठिन नहीं होना चाहिए। यह प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और भरोसेमंद रहे — यही लोकतंत्र की असली ताकत है।
Bihar Vidhansabha Election 2025,मतदान के दिन क्या करें अगर EPIC भूल जाएं
अगर मतदान के दिन आपका वोटर ID कार्ड घर पर रह गया है, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं। बस ये 5 स्टेप्स फॉलो करें
- मतदान केंद्र (Polling Booth) पर समय पर पहुंचें।
- मतदान अधिकारी से मतदाता सूची (Voter List) में अपना नाम व क्रमांक जांचें।
- अपने साथ लाया गया मान्य पहचान पत्र दिखाएँ।
- अधिकारी आपकी पहचान सत्यापित कर आपको वोट डालने की अनुमति देंगे।
- मत डालने के बाद अपनी उंगली पर स्याही लगवाएं और लोकतंत्र का हिस्सा बनें।
ECISVEEP का संदेश स्पष्ट है:
“अगर नाम सूची में है, तो पहचान के 12 वैकल्पिक तरीकों से भी मतदान किया जा सकता है। कोई मतदाता अपने अधिकार से वंचित नहीं रहेगा।”
लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम
Bihar Vidhansabha Election 2025,भारत में हर चुनाव के दौरान SVEEP (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) अभियान चलाया जाता है। इसका मकसद है –
- मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना,
- मतदान प्रक्रिया को आसान बनाना,
- और लोकतांत्रिक भागीदारी को अधिकतम स्तर तक बढ़ाना।
इस अभियान के जरिए युवा, पहली बार वोट देने वाले, और वरिष्ठ नागरिकों को भी जागरूक किया जाता है।
इस साल चुनाव आयोग ने “Nothing like voting, I vote for sure” जैसा नारा दिया है ताकि लोगों में उत्साह बढ़े।
लोकतंत्र में भागीदारी की अहमियत
मतदान सिर्फ एक अधिकार नहीं, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी का प्रतीक है।
ECISVEEP की यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि तकनीकी या दस्तावेज़ी कारणों से कोई नागरिक इस प्रक्रिया से वंचित न रह जाए।
निष्कर्ष
भारत में हर वोट मायने रखता है। ECISVEEP की इस जानकारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वोट देना आसान है, बस इच्छा होनी चाहिए।
अगर आप मतदान केंद्र तक पहुंच गए हैं और आपका नाम सूची में है — तो अब 12 वैकल्पिक दस्तावेज़ों में से कोई एक दिखाकर भी आप अपनी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी निभा सकते हैं।











