Bihar Vidhansabha Election 2025: EPIC भूल गए? अब भी कर सकेंगे मतदान – ECISVEEP ने बताया वोट देने के 12 वैकल्पिक पहचान पत्र

Bihar Vidhansabha Election 2025

Bihar Vidhansabha Election 2025:भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां हर पांच साल में करोड़ों नागरिक अपने वोट के जरिए सरकार चुनते हैं। लेकिन अक्सर लोगों को एक बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है — अगर वोट देने के दिन EPIC (Elector’s Photo Identity Card) यानी वोटर ID कार्ड घर पर भूल जाएं, तो क्या वे वोट दे पाएंगे?

इस सवाल का जवाब अब ECISVEEP (Election Commission of India’s Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) ने अपने आधिकारिक X (पहले Twitter) हैंडल पर दिया है।
पोस्ट में लिखा गया –

“अगर आपने मतदान के दिन EPIC साथ नहीं लाया है, तो चिंता की कोई बात नहीं! अगर आपका नाम मतदाता सूची में दर्ज है, तो आप इन 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों में से किसी एक के साथ वोट डाल सकते हैं।”

यह संदेश लाखों मतदाताओं के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। चुनाव आयोग की यह पहल सुनिश्चित करती है कि कोई भी भारतीय नागरिक सिर्फ पहचान पत्र भूल जाने के कारण अपने मताधिकार से वंचित न रह जाए।

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कौन-कौन से हैं ये 12 वैकल्पिक पहचान पत्र?

ECI द्वारा पहले भी हर चुनाव से पहले ऐसे दस्तावेजों की सूची जारी की जाती रही है, जो EPIC के अभाव में स्वीकार किए जाते हैं। आम तौर पर इन दस्तावेज़ों को वोट देने के लिए वैध माना जाता है:

  1. आधार कार्ड (Aadhaar Card)
  2. पासपोर्ट (Passport)
  3. ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence)
  4. PAN कार्ड (Permanent Account Number Card)
  5. सर्विस पहचान पत्र (Service ID Card) – केंद्र / राज्य सरकार या PSU कर्मचारियों के लिए
  6. बैंक या डाकघर की पासबुक जिसमें फोटो हो
  7. स्मार्ट कार्ड जो MNREGA योजना के तहत जारी किया गया हो
  8. पेंशन दस्तावेज़ जिसमें फोटो हो
  9. आर्मी / पैरामिलिट्री / पुलिस पहचान पत्र
  10. विधायकों या सांसदों का आधिकारिक पहचान पत्र
  11. छात्र पहचान पत्र (School/College ID)
  12. सरकारी विभाग द्वारा जारी कोई भी फोटो पहचान पत्र

महत्वपूर्ण: ये सभी पहचान पत्र तभी मान्य होंगे जब मतदाता का नाम इलेक्टोरल रोल (मतदाता सूची) में दर्ज होगा।मतलब — केवल पहचान पत्र दिखाने से वोट नहीं डाल सकते, आपका नाम लिस्ट में होना अनिवार्य है।

ECISVEEP का उद्देश्य – हर नागरिक को मतदान के लिए प्रोत्साहित करना

ECISVEEP का यह कदम सिर्फ एक प्रशासनिक फैसला नहीं है, बल्कि यह “Voter First” सोच का विस्तार है।इस पहल के तीन बड़े उद्देश्य हैं,भारत में कई बार वोटिंग प्रतिशत इसलिए कम रह जाता है क्योंकि मतदाता पहचान पत्र भूल जाते हैं या उनके पास नहीं होता। ऐसे में वैकल्पिक दस्तावेजों की अनुमति देने से लोगों की भागीदारी बढ़ेगी।और ग्रामीण इलाकों या दूरदराज़ क्षेत्रों में रहने वाले कई लोगों के पास EPIC नहीं होता। ऐसे मतदाताओं को वैकल्पिक दस्तावेजों से वोट देने की सुविधा लोकतंत्र को और समावेशी बनाती है।चुनाव आयोग यह संदेश देना चाहता है कि वोट देना किसी के लिए भी कठिन नहीं होना चाहिए। यह प्रक्रिया पारदर्शी, सरल और भरोसेमंद रहे — यही लोकतंत्र की असली ताकत है।

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Bihar Vidhansabha Election 2025,मतदान के दिन क्या करें अगर EPIC भूल जाएं

अगर मतदान के दिन आपका वोटर ID कार्ड घर पर रह गया है, तो घबराने की कोई जरूरत नहीं। बस ये 5 स्टेप्स फॉलो करें

  1. मतदान केंद्र (Polling Booth) पर समय पर पहुंचें।
  2. मतदान अधिकारी से मतदाता सूची (Voter List) में अपना नाम व क्रमांक जांचें।
  3. अपने साथ लाया गया मान्य पहचान पत्र दिखाएँ।
  4. अधिकारी आपकी पहचान सत्यापित कर आपको वोट डालने की अनुमति देंगे।
  5. मत डालने के बाद अपनी उंगली पर स्याही लगवाएं और लोकतंत्र का हिस्सा बनें।

ECISVEEP का संदेश स्पष्ट है:

“अगर नाम सूची में है, तो पहचान के 12 वैकल्पिक तरीकों से भी मतदान किया जा सकता है। कोई मतदाता अपने अधिकार से वंचित नहीं रहेगा।”

लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम

Bihar Vidhansabha Election 2025,भारत में हर चुनाव के दौरान SVEEP (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) अभियान चलाया जाता है। इसका मकसद है –

  • मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना,
  • मतदान प्रक्रिया को आसान बनाना,
  • और लोकतांत्रिक भागीदारी को अधिकतम स्तर तक बढ़ाना।

इस अभियान के जरिए युवा, पहली बार वोट देने वाले, और वरिष्ठ नागरिकों को भी जागरूक किया जाता है।
इस साल चुनाव आयोग ने “Nothing like voting, I vote for sure” जैसा नारा दिया है ताकि लोगों में उत्साह बढ़े।

लोकतंत्र में भागीदारी की अहमियत

मतदान सिर्फ एक अधिकार नहीं, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी का प्रतीक है।
ECISVEEP की यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि तकनीकी या दस्तावेज़ी कारणों से कोई नागरिक इस प्रक्रिया से वंचित न रह जाए।

निष्कर्ष

भारत में हर वोट मायने रखता है। ECISVEEP की इस जानकारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वोट देना आसान है, बस इच्छा होनी चाहिए।
अगर आप मतदान केंद्र तक पहुंच गए हैं और आपका नाम सूची में है — तो अब 12 वैकल्पिक दस्तावेज़ों में से कोई एक दिखाकर भी आप अपनी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी निभा सकते हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनाव कार्य में उपयोग होने वाले वाहनों का भाड़ा तय, जानिए पूरी लिस्ट@akshwaninews24.com

बिहार विधानसभा चुनाव 2025

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। चुनाव आयोग के निर्देश पर परिवहन विभाग ने उन वाहनों का किराया तय कर दिया है, जिनका इस्तेमाल चुनावी कार्यों में किया जाएगा। इसमें बस, मिनी बस, जीप, वैन, बोलेरो, स्कॉर्पियो से लेकर स्कूल बस तक शामिल हैं।

परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह के आदेश के बाद यह किराया सूची जारी की गई है। इसके तहत वाहन मालिकों को उनकी गाड़ियों का दैनिक भाड़ा मिलेगा और ईंधन का खर्च अलग से दिया जाएगा।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वाहनों के लिए तय भाड़ा – पूरी लिस्ट देखें

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परिवहन विभाग ने वाहनों का किराया सीट और क्षमता के आधार पर तय किया है।

  • 50 से अधिक यात्री क्षमता वाली बसें – 3500 रुपये प्रतिदिन
  • 40 से 49 सीट वाली बसें – 3200 रुपये प्रतिदिन
  • मिनी बस (23 से 39 सीट) – 2500 रुपये प्रतिदिन
  • मैक्स, टेम्पो (14 से 22 सीट) – 2000 रुपये प्रतिदिन
  • जीप, वैन (9 सीट तक) – 1000 रुपये प्रतिदिन
  • मारुति वैन (गैर एसी) – 1100 रुपये प्रतिदिन
  • बोलरो, सूमो (गैर एसी) – 1200 रुपये प्रतिदिन
  • बोलरो, सूमो (एसी) – 1500 रुपये प्रतिदिन
  • एसी स्कॉर्पियो, क्वालिस, टवेरा – 1900 रुपये प्रतिदिन
  • इनोवा, सफारी (एसी) – 2100 रुपये प्रतिदिन
  • विक्रम, मैजिक, मिनीडोर – 700 रुपये प्रतिदिन

चुनावी कार्यों के लिए क्यों जरूरी हैं वाहन?

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चुनाव जैसे बड़े लोकतांत्रिक कार्यक्रम में लाखों कर्मियों, सुरक्षा बलों और अधिकारियों की तैनाती की जाती है। बूथ तक चुनाव सामग्री पहुँचाने से लेकर मतदाताओं की सुरक्षा और कर्मचारियों के आवागमन तक, हर जगह गाड़ियों की जरूरत पड़ती है।बिहार में इस बार अनुमान है कि डेढ़ लाख से अधिक वाहनों की आवश्यकता होगी। इसमें स्थानीय बसें, मिनी बसें, ट्रैक्टर, बोलेरो, टवेरा, स्कॉर्पियो, इनोवा जैसी गाड़ियां और स्कूल बसें शामिल होंगी।

स्कूल बसों का अधिग्रहण – अधिकतम तीन दिन

परिवहन विभाग ने साफ किया है कि स्कूल बसों का अधिग्रहण चुनावी कार्यों के लिए अधिकतम 3 दिनों तक ही होगा। इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।अगर किसी जिले में पर्याप्त वाहन नहीं मिलेंगे तो दूसरे जिलों से वाहन मंगाए जाएंगे।एवं वाहन चालकों के लिए प्रावधान

  • प्रत्येक वाहन चालक और सह-चालक को प्रतिदिन 300 रुपये भत्ता मिलेगा।
  • चुनावी कार्य में लगे वाहन मालिकों और चालकों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए वित्त विभाग से सहमति ले ली गई है।
  • जिन वाहनों का उपयोग चुनावी कामों में होगा, उनके रखरखाव की जिम्मेदारी भी विभाग की ओर से तय निर्देशों के अनुसार होगी।

विभाग की भूमिका, क्यों खास है यह आदेश?

परिवहन विभाग ने यह आदेश सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, जिला निर्वाचन पदाधिकारियों, वरीय पुलिस अधिकारियों, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण और जिला परिवहन पदाधिकारियों को भेज दिया है। ताकि चुनाव के दौरान वाहन अधिग्रहण और भुगतान प्रक्रिया में किसी तरह की देरी न हो।

1.वाहन मालिकों को पारदर्शिता – अब उन्हें पहले से पता होगा कि किस श्रेणी की गाड़ी का कितना किराया मिलेगा।

2.समय पर भुगतान – वित्त विभाग की मंजूरी से भुगतान की प्रक्रिया तेज होगी।

3.चालकों को लाभ – दैनिक भत्ता तय होने से उन्हें अतिरिक्त आर्थिक सहयोग मिलेगा।

4.चुनाव की सुचारू तैयारी – वाहनों की कमी न हो और पूरे प्रदेश में मतदान प्रक्रिया सही ढंग से पूरी हो सके।

Conclusion

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में परिवहन विभाग की यह पहल बेहद अहम है। लाखों वाहनों की व्यवस्था के बिना चुनाव कराना लगभग असंभव होता। तय भाड़ा और स्पष्ट दिशा-निर्देश न सिर्फ वाहन मालिकों के लिए राहत की खबर है बल्कि चुनाव आयोग और प्रशासन के लिए भी यह व्यवस्था प्रक्रिया को आसान बनाएगी।

छात्रवृत्ति (Scholarship) 2025: रजिस्ट्रेशन और Edit प्रक्रिया की पूरी जानकारी

Scholarship

भारत में शिक्षा को हर वर्ग तक पहुँचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर छात्रवृत्ति योजनाएँ (Scholarship Schemes) चलाती हैं। इन योजनाओं का मकसद आर्थिक रूप से कमजोर, ग्रामीण और पिछड़े वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए मदद करना होता है। कई बार देखा जाता है कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण छात्र अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं। ऐसे छात्रों के लिए सरकार छात्रवृत्ति पोर्टल (Scholarship Portal) के माध्यम से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है।

आज हम इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे कि छात्रवृत्ति के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें, आवेदन भरते समय किन दस्तावेजों की ज़रूरत होती है, और यदि आवेदन में कोई गलती हो जाए तो एडिट कैसे करें।

छात्रवृत्ति रजिस्ट्रेशन क्यों ज़रूरी है?

रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया हर छात्र के लिए पहला और सबसे महत्वपूर्ण चरण है। यदि आपने सही तरीके से रजिस्ट्रेशन कर लिया तो आपको आगे की प्रक्रिया में कोई दिक्कत नहीं होगी।

  • रजिस्ट्रेशन के माध्यम से छात्र की Unique ID बनती है।
  • यही ID और पासवर्ड आगे लॉगिन करने में इस्तेमाल होती है।
  • छात्रवृत्ति के भुगतान (Payment) और वेरिफिकेशन इसी आधार पर किया जाता है।

राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया

National Scholarship Portal (NSP) भारत सरकार का एकीकृत पोर्टल है जहाँ लगभग सभी केंद्रीय योजनाएँ उपलब्ध हैं।

Bihar Gradution scholarship 2025: मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना 2025 से छात्राओं को ₹50,000 की स्कॉलरशिप, ऑनलाइन आवेदन शुरू click here

स्टेप-बाय-स्टेप गाइड

  1. ऑफिशियल पोर्टल पर जाएँ
    https://scholarships.gov.in
  2. New Registration पर क्लिक करें
    • गाइडलाइन और निर्देश को ध्यान से पढ़ें।
    • सभी बॉक्स में टिक करें।
  3. छात्र का विवरण भरें
    • आधार कार्ड नंबर
    • जन्मतिथि
    • ईमेल और मोबाइल नंबर
    • बैंक खाता विवरण
    • राज्य और संस्थान का नाम
  4. यूज़र आईडी और पासवर्ड बनाएं
    • OTP वेरीफिकेशन के बाद लॉगिन आईडी मिलती है।
  5. Application Form भरें
    • शिक्षा संबंधी जानकारी (कक्षा, कॉलेज, यूनिवर्सिटी)
    • परिवार की वार्षिक आय
    • दस्तावेज़ अपलोड
  6. फाइनल सबमिट करें और प्रिंट निकालें

छात्रवृत्ति आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़

छात्रवृत्ति आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  1. आधार कार्ड (पहचान प्रमाण)
  2. जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC उम्मीदवारों के लिए)
  3. आय प्रमाण पत्र (Family Income)
  4. निवास प्रमाण पत्र (Domicile)
  5. शैक्षणिक प्रमाण पत्र (पिछली कक्षा की मार्कशीट)
  6. बैंक पासबुक की कॉपी (IFSC और खाता नंबर स्पष्ट होना चाहिए)
  7. पासपोर्ट साइज फोटो
  8. रजिस्ट्रेशन/एडमिशन स्लिप (यदि कॉलेज में नया दाख़िला लिया हो)

छात्रवृत्ति फॉर्म में गलती हो जाए तो क्या करें(Edit/Correction Process)

कई बार छात्र जल्दबाज़ी में आवेदन कर देते हैं और उसमें गलतियाँ हो जाती हैं। जैसे –

  • नाम की स्पेलिंग गलत
  • बैंक खाता नंबर गलत
  • आधार नंबर में गड़बड़ी
  • गलत दस्तावेज़ अपलोड करना

एडिट करने के स्टेप्स

  1. लॉगिन करें
    • यूज़र आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
  2. Application Form सेक्शन खोलें
    • “Edit Application” या “Correction Form” का विकल्प चुनें।
  3. गलत जानकारी बदलें
    • नाम, जन्मतिथि, बैंक डिटेल्स, आय विवरण आदि सुधार सकते हैं।
  4. सही दस्तावेज़ अपलोड करें
    • पुराने दस्तावेज़ हटाकर नया अपलोड करें।
  5. फाइनल सबमिट करें
    • ध्यान रखें कि एडिट करने का मौका सीमित समय तक ही मिलता है।
    • वेरिफिकेशन शुरू होने के बाद अक्सर एडिट का ऑप्शन बंद हो जाता है।

छात्रवृत्ति रजिस्ट्रेशन और एडिट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

  • हमेशा आधार कार्ड में लिखे नाम और जन्मतिथि का ही उपयोग करें।
  • बैंक अकाउंट छात्र के नाम पर ही होना चाहिए।
  • दस्तावेज़ का साइज और फॉर्मेट (JPEG/PDF, 100 KB–500 KB) ध्यान से अपलोड करें।
  • गलत जानकारी देने पर आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
  • समय-समय पर पोर्टल चेक करते रहें ताकि कोई अपडेट मिस न हो।

छात्रवृत्ति से मिलने वाले लाभ

1.आर्थिक सहायता (₹10,000 से लेकर ₹50,000 या उससे अधिक)

2.ट्यूशन फीस और किताबों का खर्च कवर

3.उच्च शिक्षा में प्रोत्साहन

4.मेधावी और गरीब छात्रों को पढ़ाई जारी रखने का अवसर

Conclusion

छात्रवृत्ति (Scholarship) केवल आर्थिक मदद ही नहीं है, बल्कि यह छात्रों के सपनों को पूरा करने का माध्यम है। सही समय पर रजिस्ट्रेशन और आवेदन करना बहुत ज़रूरी है। यदि आवेदन में कोई गलती हो जाती है तो सरकार ने एडिट और करेक्शन का विकल्प भी उपलब्ध कराया है।

इसलिए सभी छात्र-छात्राओं को सलाह है कि आवेदन भरते समय सावधानी बरतें, सभी दस्तावेज़ पहले से तैयार रखें और किसी भी प्रकार की गलती हो तो समय रहते उसे सुधार लें।

Parimarjan Plus:बिहार में अब ऑनलाइन सुधारें जमाबंदी की गलती, परिमार्जन प्लस पोर्टल से आसान होगा आवेदन

परिमार्जन प्लस पोर्टल बिहार

Parimarjan Plus: बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने राज्यवासियों के लिए एक बड़ी सुविधा शुरू की है। अब नागरिक जमाबंदी (Land Records) में हुई त्रुटियों या छूटी हुई जमाबंदी को ऑनलाइन सुधार सकेंगे। इसके लिए विभाग ने परिमार्जन प्लस (Parimarjan Plus) नामक पोर्टल लॉन्च किया है। इस डिजिटल पहल से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोगों को राहत मिलेगी।

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परिमार्जन प्लस पोर्टल क्या है और क्यों है ज़रूरी?

परिमार्जन प्लस पोर्टल, बिहारभूमि (Bihar Bhumi) पोर्टल का ही एक विशेष सेक्शन है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को उनकी जमीन संबंधी रिकॉर्ड यानी जमाबंदी, खाता, खेसरा आदि में यदि कोई त्रुटि हो तो उसे ऑनलाइन सही करने का विकल्प देना है।

पहले के समय में लोग छोटी-छोटी गलतियों को ठीक कराने के लिए महीनों तक दफ्तरों के चक्कर काटते थे। मसलन –

  • नाम की स्पेलिंग गलत होना,
  • खाता संख्या या खेसरा संख्या में गड़बड़ी,
  • उत्तराधिकारी का नाम दर्ज न होना,
  • जमीन का गलत विवरण दर्ज हो जाना,

ऐसी परेशानियाँ आम नागरिकों के लिए बड़ी समस्या बन जाती थीं। इस पोर्टल की मदद से अब लोग घर बैठे आवेदन कर सकते हैं और पारदर्शी प्रक्रिया से अपने दस्तावेज़ सही करा सकते हैं।

परिमार्जन प्लस से ऑनलाइन आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया

जमाबंदी में सुधार करने की ऑनलाइन प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है। बिहार के नागरिक कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करके आवेदन कर सकते हैं:

चरण-दर-चरण प्रक्रिया:

  1. सबसे पहले बिहारभूमि की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
  2. वहाँ परिमार्जन प्लस (Parimarjan Plus) के लिंक पर क्लिक करें।
  3. अब अपना जिला, अंचल और खाता संख्या चुनें।
  4. जिसके खाते में त्रुटि सुधार कराना है उसकी जानकारी भरें।
  5. आवेदन पत्र में त्रुटि का कारण और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
  6. आवेदन सबमिट करने के बाद एक Acknowledgement Receipt जनरेट होगी।
  7. इस रसीद से आप ऑनलाइन ही आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।

इस तरह पूरा प्रोसेस पेपरलेस और पारदर्शी हो गया है।

अन्य माध्यम: RTPS काउंटर और ऑफलाइन आवेदन

हालाँकि सरकार ने डिजिटल सुविधा उपलब्ध कराई है, फिर भी सभी नागरिकों को ऑनलाइन माध्यम का ज्ञान या सुविधा उपलब्ध नहीं होती। ऐसे लोगों के लिए विभाग ने विकल्प दिए हैं:

  • RTPS काउंटर से आवेदन:
    नागरिक अपने नज़दीकी RTPS काउंटर पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यहाँ विभागीय कर्मचारी फॉर्म भरने में मदद करेंगे और डिजिटल रूप से आपका आवेदन दर्ज करेंगे।
  • ऑफलाइन कार्यालय से आवेदन:
    यदि कोई व्यक्ति न तो पोर्टल और न ही RTPS काउंटर का इस्तेमाल कर सकता है तो वे सीधे राजस्व कार्यालय या अंचल कार्यालय जाकर भी त्रुटि सुधार का आवेदन जमा कर सकते हैं।

इस तरह सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि डिजिटल डिवाइड यानी इंटरनेट न होने से किसी भी नागरिक का हक़ प्रभावित न हो।

बिहार सरकार की मंशा और नागरिकों को होने वाले फायदे

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का कहना है कि इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य पारदर्शिता, सुशासन और भ्रष्टाचार पर रोक लगाना है।

नागरिकों को मिलने वाले फायदे:
  • समय की बचत: दफ्तरों के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं।
  • पारदर्शिता: ऑनलाइन ट्रैकिंग से आवेदन की स्थिति हमेशा पता रहेगी।
  • भ्रष्टाचार पर रोक: दलालों और बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी।
  • आसान प्रक्रिया: हर नागरिक घर बैठे आवेदन कर सकता है।
  • मल्टीपल विकल्प: ऑनलाइन, RTPS काउंटर और ऑफलाइन – तीनों सुविधाएँ उपलब्ध।

बिहार सरकार लगातार का विज़नभूमि सुधार और डिजिटलीकरण पर काम कर रही है। पहले जमाबंदी देखने, खाता-किस्सा जाँचने और भूमि का नक्शा डाउनलोड करने जैसी सुविधाएँ ऑनलाइन दी गई थीं। अब जमाबंदी त्रुटि सुधार जैसी बड़ी सुविधा जोड़ने से ग्रामीण जनता को और अधिक सुविधा मिली है।बिहार सरकार का परिमार्जन प्लस पोर्टल राज्य के नागरिकों के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। इससे किसानों और भूमिधारकों को अपने अधिकारिक दस्तावेज़ में त्रुटि सुधारने के लिए महीनों इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।अब नागरिक चाहे ऑनलाइन माध्यम अपनाएँ, RTPS काउंटर जाएँ या सीधे कार्यालय—हर जगह उन्हें पारदर्शी और तेज़ सेवा मिलेगी।

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025: बिहार की महिलाओं को मिलेगा,घर बैठे पाए 10,000 से Rs2लाख तक का बेनिफिट

Mahila Rojgar Yojana Bihar 2025

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025: बिहार सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर देना, उनके हाथों में आर्थिक ताक़त पहुँचाना और ग्रामीण से शहरी स्तर तक महिला उद्यमिता (Women Entrepreneurship) को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 सितंबर 2025 को इस योजना की औपचारिक शुरुआत की। शुरुआती चरण में 75 लाख से अधिक महिलाओं को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है।

योजना का उद्देश्य और शुरुआत: महिलाओं को मिलेगा आर्थिक आधार

बिहार जैसे राज्य में, जहाँ बड़ी संख्या में महिलाएँ अभी भी रोजगार और आर्थिक स्वतंत्रता से वंचित हैं, यह योजना क्रांतिकारी साबित हो सकती है।

  • मुख्य उद्देश्य
    • महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ना।
    • हर परिवार से कम से कम एक महिला को आर्थिक सहयोग देना।
    • महिला स्वयं सहायता समूह (SHG/जीविका) को मज़बूती देना।
    • ग्रामीण स्तर पर छोटे उद्योग, पशुपालन, हस्तशिल्प और कृषि आधारित व्यवसायों को बढ़ावा देना।
  • लॉन्चिंग और शुरुआत
    • योजना का शुभारंभ 26 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में किया।
    • इसी दिन राज्य सरकार ने घोषणा की कि पहली किस्त की राशि ₹10,000 सीधे महिलाओं के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाएगी।
    • शुरुआती चरण में 75 लाख महिलाओं को सीधा लाभ मिलेगा।

यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा देगी बल्कि उन्हें घर के बाहर भी आत्मनिर्भर बनने का आत्मविश्वास प्रदान करेगी।

लाभ, राशि और किस्तों का पूरा विवरण

महिला रोजगार योजना 2025 को बिहार कैबिनेट ने ₹20,000 करोड़ रुपये के बड़े बजट के साथ मंजूरी दी है। यह राशि विभिन्न चरणों में महिलाओं तक पहुँचेगी।

कितना पैसा मिलेगा?

किस्तराशिशर्तें / प्रक्रिया
पहली किस्त₹10,000आवेदन स्वीकृत होने के तुरंत बाद महिला के बैंक खाते में DBT के माध्यम से
दूसरी किस्त (बड़ी सहायता)₹2,00,000 तकस्वरोजगार गतिविधि की सफलता और 6 माह के मूल्यांकन के बाद

इस प्रकार, कुल लाभार्थी महिला को अधिकतम ₹2,00,000 तक की राशि प्राप्त हो सकती है।

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कब आएगा पैसा?

  • पहली किस्त: 26 सितंबर 2025 से ही वितरण शुरू हो चुका है।
  • दूसरी किस्त: आवेदन करने वाली महिला की स्वरोजगार गतिविधि का मूल्यांकन करने के बाद, लगभग 6 महीने के भीतर जारी की जाएगी।

कितनी महिलाएँ लाभान्वित होंगी?

  • पहले चरण में 75 लाख महिलाएँ।
  • आने वाले समय में यह संख्या बढ़ाकर लगभग 1 करोड़ परिवारों की महिलाओं तक पहुँचाई जाएगी।

राशि कहाँ से आएगी?

  • राशि राज्य सरकार की योजना बजट से।
  • DBT (Direct Benefit Transfer) के ज़रिए सीधा बैंक खाते में भेजी जाएगी।
  • नकद लेनदेन की कोई गुंजाइश नहीं रखी गई है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और भविष्य की चुनौतियाँ

पात्रता (Eligibility)

  1. लाभ केवल बिहार की महिलाओं को मिलेगा।
  2. प्रत्येक परिवार से केवल एक महिला को लाभ मिलेगा।
  3. आयु सीमा: 18 से 60 वर्ष।
  4. आवेदक महिला को किसी स्वयं सहायता समूह (SHG/जीविका समूह) से जुड़ा होना ज़रूरी।
  5. सरकारी नौकरी में कार्यरत परिवार की महिला पात्र नहीं होगी।
  6. लाभार्थी का जनधन/बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए।

आवेदन प्रक्रिया

  1. महिला को योजना के लिए ऑनलाइन पोर्टल (संभावित: बिहार सरकार की आधिकारिक साइट) पर आवेदन करना होगा।
  2. ग्रामीण इलाकों में आवेदन की सुविधा ग्राम पंचायत/ब्लॉक स्तर पर उपलब्ध कराई जाएगी।
  3. आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़:
    • आधार कार्ड
    • बैंक पासबुक
    • राशन कार्ड / परिवार पहचान पत्र
    • पासपोर्ट साइज फोटो
    • जीविका/SHG से जुड़ाव का प्रमाण

“मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025” महिलाओं के लिए बिहार सरकार की सबसे बड़ी सामाजिक-आर्थिक पहल है। इसका उद्देश्य केवल आर्थिक मदद करना नहीं, बल्कि महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भरता के रास्ते पर ले जाना है।पहले चरण में 75 लाख महिलाएँ लाभान्वित होंगी और ₹10,000 की राशि सीधे खाते में आएगी। आगे चलकर सफल महिलाओं को ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता भी मिलेगी।अगर इस योजना का सही क्रियान्वयन हुआ तो यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्रांति ला सकती है और बिहार की महिलाएँ न केवल अपने परिवार बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दे सकेंगी।

Bihar Labour Card 2025:लेबर कार्ड कैसे बनाये घर बैठे, जाने आसान तरीका रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया,पात्रता और मिलने वाले फायदे

Bihar Labour Card 2025

बिहार में लेबर कार्ड 2025:बिहार राज्य में लाखों मजदूर और दिहाड़ी श्रमिक रोज़ अपने परिवार का पेट पालने के लिए मेहनत करते हैं। चाहे वह निर्माण कार्य हो, ईंट-भट्टे पर काम करना हो, खेतों में मजदूरी करना हो या रिक्शा-ठेला चलाना, हर मजदूर अपने खून-पसीने से समाज और राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान देता है। ऐसे ही श्रमिकों के सामाजिक और आर्थिक अधिकारों की रक्षा के लिए बिहार सरकार ने लेबर कार्ड (Labour Card) योजना लागू की है।

यह कार्ड केवल एक पहचान पत्र नहीं है, बल्कि यह श्रमिकों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं तक सीधा लाभ पहुँचाने का जरिया है। बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड (BOCWB) और श्रम संसाधन विभाग की देखरेख में यह पंजीकरण कराया जाता है।

बिहार में लेबर कार्ड की ज़रूरत और महत्व

भारत में श्रमिक वर्ग देश की रीढ़ की हड्डी माना जाता है। खासकर बिहार जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में लोग दिहाड़ी मजदूरी और असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं। इन मजदूरों को अक्सर स्वास्थ्य सुविधा, बच्चों की पढ़ाई, पेंशन, बीमा, और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता।

इन्हीं समस्याओं को देखते हुए सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि हर मजदूर का एक आधिकारिक पंजीकरण (Registration) हो।

लेबर कार्ड से श्रमिकों को मिलते हैं:

  • सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ (जैसे छात्रवृत्ति, प्रसूति सहायता, दुर्घटना बीमा)।
  • पेंशन सुविधा (60 वर्ष की आयु के बाद आर्थिक सहारा)।
  • मृत्यु और दुर्घटना पर मुआवज़ा
  • बच्चों की शिक्षा और विवाह सहायता योजना
  • स्वास्थ्य सहायता और इलाज की सुविधा

यह कार्ड श्रमिकों को एक कानूनी पहचान और सामाजिक सुरक्षा कवच प्रदान करता है।

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लेबर कार्ड बनाने की प्रक्रिया (ऑनलाइन और ऑफलाइन)

ऑनलाइन प्रक्रिया

  1. सबसे पहले bocwb.bihar.gov.in या labour.bih.nic.in पर जाएं।
  2. “श्रमिक पंजीकरण (Labour Registration)” पर क्लिक करें।
  3. अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज कर रजिस्ट्रेशन करें।
  4. मांगी गई जानकारी (नाम, पता, उम्र, काम का प्रकार, बैंक विवरण) भरें।
  5. जरूरी दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक अपलोड करें।
  6. सबमिट करने के बाद आवेदन वेरिफाई होगा और कुछ ही समय में आपका लेबर कार्ड जेनरेट होकर डाउनलोड के लिए उपलब्ध होगा।

ऑफलाइन प्रक्रिया

  1. नज़दीकी श्रम कार्यालय / प्रखंड कार्यालय / CSC केंद्र पर जाएं।
  2. वहां से फॉर्म लें और सभी जानकारी भरें।
  3. आवश्यक दस्तावेज़ की फोटोकॉपी संलग्न करें।
  4. जमा करने के बाद श्रम विभाग वेरिफिकेशन करता है और कुछ दिनों में कार्ड जारी कर देता है।

जरूरी दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक पासबुक
  • मोबाइल नंबर
  • निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड / वोटर ID)
  • आयु प्रमाण पत्र (जन्म प्रमाण पत्र / आधार)

लेबर कार्ड से मिलने वाले लाभ और सरकारी योजनाएँ

लेबर कार्ड मिलने के बाद बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं का लाभ सीधे श्रमिकों और उनके परिवार तक पहुँचता है।

प्रमुख लाभ:

  • शिक्षा सहायता – मजदूरों के बच्चों को छात्रवृत्ति और किताब-कॉपी के लिए मदद।
  • स्वास्थ्य सहायता – गंभीर बीमारी या दुर्घटना की स्थिति में आर्थिक मदद।
  • विवाह सहायता – बेटी की शादी में आर्थिक सहयोग।
  • प्रसूति सहायता – महिला श्रमिक को प्रसव के दौरान आर्थिक सहारा।
  • मृत्यु / दुर्घटना बीमा – आकस्मिक मृत्यु या अपंगता पर परिवार को मुआवज़ा।
  • पेंशन योजना – 60 वर्ष की आयु के बाद श्रमिकों को मासिक पेंशन।

इन योजनाओं का उद्देश्य श्रमिक वर्ग को गरीबी और असुरक्षा से बचाना है, ताकि वे अपने परिवार को बेहतर जीवन दे सकें।बिहार सरकार का लेबर कार्ड (Labour Card 2025) कार्यक्रम श्रमिकों के लिए एक बहुत बड़ा कदम है। यह सिर्फ एक कार्ड नहीं, बल्कि एक सुरक्षा कवच है जो मजदूरों के जीवन को सुरक्षित और सम्मानजनक बनाता है।

यदि आप बिहार राज्य के श्रमिक हैं और अब तक लेबर कार्ड नहीं बनवाए हैं, तो जल्द से जल्द ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करें और अपने परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाएं।

BRLPS जीविका योजना 2025: 26 सितंबर 2025 से 75 लाख महिलाओं को स्वरोजगार के लिए मिलेंगे10,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी।

Bihar Rural Livelihood Promotion Society

BRLPS जीविका योजना 2025:बिहार में BRLPS जीविका (Bihar Rural Livelihood Promotion Society – Jeevika) ने हाल ही में अपने आधिकारिक Twitter (X) अकाउंट पर एक नया अपडेट साझा किया। इस अपडेट में बताया गया कि महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए और भी सशक्त बनाने के कदम उठाए जा रहे हैं।

जीविका योजना के तहत, महिलाओं को जीविका से संबंधित विभिन्न अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

इस योजना के माध्यम से महिलाओं को जीविका के नए स्रोतों की जानकारी दी जाएगी।

यह पहल चर्चा में इसलिए भी है क्योंकि बिहार लंबे समय से ग्रामीण गरीबी, बेरोजगारी और महिला श्रमिकों की समस्या से जूझता रहा है। जीविका की यह योजना न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई गति देने की क्षमता रखती है।

BRLPS जीविका क्या है?

  • BRLPS (Bihar Rural Livelihoods Promotion Society) को आमतौर पर “जीविका” नाम से जाना जाता है।
  • यह संस्था विश्व बैंक और बिहार सरकार के संयुक्त सहयोग से चल रही है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य है – ग्राम स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) बनाना और उन्हें वित्तीय एवं सामाजिक रूप से सशक्त करना।
  • जीविका के माध्यम से अब तक लाखों महिलाएँ बैंकिंग सेवाओं से जुड़ चुकी हैं, लघु उद्योग चला रही हैं और अपने परिवार की आय बढ़ा रही हैं।

ताज़ा घोषणा: अब जीविका महिलाओं को स्टार्टअप मॉडल, कृषि आधारित व्यवसाय और डिजिटल वित्तीय सेवाओं से जोड़ने जा रही है।

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नई पहल में क्या मिलेगा?

महिलाओं को छोटे पैमाने पर व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण, प्रशिक्षण और मेंटरशिप दी जाएगी। इसमे कृषि, पशुपालन, डेयरी और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में महिलाओं को अवसर दिए जाएँगे। डिजिटल वित्तीय समावेशन में महिलाओं को बैंक खाता, बीमा और डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ा जाएगा।और माइक्रोफाइनेंस और आसान लोन सुविधाएँ दी जाएँगी। स्थानीय और राष्ट्रीय बाजार से जोड़ने के लिए सप्लाई चेन और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म की सुविधा दी जाएगी।

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जीविका के तहत महिलाएँ विभिन्न स्वरोजगार विकल्पों को अपनाएंगी।

महिलाओं को जीविका के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए कई पहल की जाएँगी।

यह योजना महिलाओं के लिए जीविका के नए दरवाजे खोलेगी।

बिहार की महिलाओं के लिए क्या बदल जाएगा?

  • आर्थिक स्वतंत्रता: महिलाएँ परिवार पर आर्थिक रूप से निर्भर नहीं रहेंगी।
  • आत्मविश्वास में वृद्धि: स्वरोजगार और प्रशिक्षण से सामाजिक पहचान बढ़ेगी।
  • ग्रामीण पलायन में कमी: गाँव में ही रोजगार मिलने से पलायन रुकेगा।
  • शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार: आय बढ़ने से परिवार बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर अधिक खर्च कर पाएगा।

विशेषज्ञ की राय

महिलाओं को यदि वित्तीय स्वतंत्रता मिलती है, तो पूरा समाज आगे बढ़ता है। जीविका की यह पहल बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित होगी।”डॉ. अर्चना सिंह, ग्रामीण विकास विशेषज्ञ

चुनौतियाँ और समाधान

समस्याविवरणसमाधान
जागरूकता की कमीग्रामीण महिलाओं तक योजना की पूरी जानकारी नहीं पहुँचतीपंचायत स्तर पर अभियान, डिजिटल प्रचार
वित्तीय जोखिमऋण लेकर व्यवसाय असफल होने का डरबीमा और लोन माफी विकल्प
बाज़ार की पहुँचउत्पाद बिकने में कठिनाईई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, सरकारी खरीद केंद्र
तकनीकी कौशल की कमीमहिलाएँ डिजिटल टूल्स इस्तेमाल नहीं कर पातींप्रशिक्षण केंद्र, मोबाइल ऐप सपोर्ट
भ्रष्टाचार और मध्यस्थबीच में दलाल पैसे रोक लेते हैंपारदर्शी डिजिटल ट्रांजेक्शन सिस्टम

इस योजना से जुड़कर महिलाएँ जीविका के नए आयामों की खोज करेंगी।

निष्कर्ष

जीविका का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।

इस पहल के तहत जीविका को प्राथमिकता दी जाएगी।

BRLPS जीविका की यह पहल सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण, आर्थिक स्वतंत्रता और ग्रामीण विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।

जीविका के इस कदम से ग्रामीण क्षेत्र में विकास होगा।

अगर सही तरीके से लागू किया गया, तो यह योजना आने वाले वर्षों में बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी और लाखों महिलाओं के जीवन को बदल देगी।

जीविका योजना से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।

जीविका के माध्यम से महिलाएँ विभिन्न रोजगार क्षेत्रों में प्रवेश करेंगी।

जीविका की योजना के माध्यम से महिलाएँ अपने कौशल का विकास करेंगी।

Flipkart Big Billion Days 2025: iPhone 16 Pro सिर्फ ₹44,099 में! Flipkart Big Billion Days 2025 की सबसे बड़ी डील, मौका गंवाना पड़ेगा महंगा

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Flipkart Big Billion Days 2025:भारत में त्योहारों का सीजन आते ही हर कोई बढ़िया ऑफर्स और डिस्काउंट का इंतजार करता है। खासकर ऑनलाइन शॉपिंग के शौकीनों के लिए Flipkart Big Billion Days Sale 2025 एक सुनहरा मौका लेकर आई है। इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में है Apple iPhone 16 Pro, जिसे ग्राहक बेहद कम कीमत पर खरीद सकते हैं।

iPhone 16 Pro की लॉन्चिंग और फीचर्स

Apple ने हाल ही में अपना नया सीरीज iPhone 16 और iPhone 16 Pro लॉन्च किया है। इसे कंपनी ने अपने “Glowtime Event” में पेश किया। इस बार कंपनी ने यूजर्स के लिए चार मॉडल उतारे हैं – iPhone 16, iPhone 16 Plus, iPhone 16 Pro और iPhone 16 Pro Max।

  • चिपसेट: इसमें Apple का लेटेस्ट A18 Pro Bionic Chipset दिया गया है, जो performance और speed दोनों में बेहतरीन है।
  • कैमरा: iPhone 16 Pro में नया camera upgrade किया गया है जिससे photography और videography lovers को एक next-level experience मिलता है।
  • स्टोरेज: बेस मॉडल 128 GB से शुरू होता है, जिससे users को ज्यादा storage का option मिलता है।
  • डिजाइन: Natural Titanium finish में यह फोन बेहद premium look देता है।

Apple के इस नए मॉडल ने मार्केट में लॉन्च होते ही tech lovers के बीच जबरदस्त क्रेज पैदा कर दिया है।

Flipkart Big Billion Days Sale 2025 की शुरुआत

भारत की सबसे बड़ी online sales में से एक, Flipkart Big Billion Days Sale 2025 23 सितंबर से शुरू हो चुकी है। Flipkart Plus members को इसका early access 22 सितंबर की रात से ही मिल गया था।

इस सेल में न सिर्फ स्मार्टफोन बल्कि electronics, fashion, home appliances और कई categories में bumper discount दिए जा रहे हैं। लेकिन iPhone 16 Pro पर मिली खास डील ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।

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Flipkart Big Billion Days 2025 iPhone 16 Pro पर मिल रही है धमाकेदार डील

सामान्य कीमत पर iPhone 16 Pro (128 GB variant) की कीमत Flipkart पर ₹85,999 है। लेकिन Big Billion Days Sale में इसे बेहद सस्ती कीमत पर खरीदा जा सकता है।

  • एक्सचेंज ऑफर: अगर आपके पास iPhone 15 Pro है और वह अच्छी working condition में है, तो उसे exchange करने पर ₹37,900 का डिस्काउंट मिलेगा।
  • बैंक ऑफर: Flipkart Axis Bank या Flipkart SBI Credit Card से भुगतान करने पर अतिरिक्त छूट मिलेगी।
  • Final Effective Price: एक्सचेंज और बैंक ऑफर को मिलाकर iPhone 16 Pro सिर्फ ₹44,099 में खरीदा जा सकता है।

यह डील उन ग्राहकों के लिए किसी jackpot से कम नहीं है जो iPhone लेने का सपना देखते हैं।

क्यों है यह डील खासऔर किनके लिए Best Buy?

Apple iPhone पहली बार इतनी सस्ती कीमत पर Premium flagship फोन को आधी कीमत से भी कम में खरीदने का मौका।Festive Season का फायदा दिवाली से पहले लोग नए फोन खरीदने में दिलचस्पी दिखाते हैं, ऐसे में यह डील perfect timing पर आई है।Exchange Value High iPhone 15 Pro के यूजर्स को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। बैंक ऑफर्स और Cashback खास बैंक ऑफर्स के जरिए ग्राहकों को अतिरिक्त बचत का मौका।और बात करे कि Tech Lovers जिन्हें latest chipset और camera features चाहिए।जिनके पास पहले से iPhone 15 Pro या पुराना iPhone 16 exchange कर सकते है।

भारत में iPhones हमेशा से premium category के माने जाते हैं। लेकिन Flipkart की इस सेल के चलते middle-class customers के लिए भी इसे खरीदना आसान हो गया है।

  • Experts का मानना है कि इस साल festive season में Apple की sales record तोड़ सकती है।
  • खासकर iPhone 16 Pro और 16 Pro Max की demand सबसे ज्यादा रहने वाली है।

अगर आप लंबे समय से iPhone लेने की सोच रहे हैं तो Flipkart Big Billion Days 2025 आपके लिए सबसे सही मौका है।

  • Normal price: ₹85,999
  • Exchange + Bank Offer Price: ₹44,099

इतने कम दाम में iPhone 16 Pro पाना वाकई rare deal है। लेकिन याद रखें कि स्टॉक लिमिटेड है और डील सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही valid रहेगी। तो देर किस बात की? Flipkart की Big Billion Days Sale में जाएं और इस golden chance का फायदा उठाएं।

बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2026 फॉर्म जारी: छात्रों को 5 अक्टूबर तक मौका, लेकिन 2025 से पहले के उत्तीर्णों के लिए बड़ा झटका!

बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2026 फॉर्म

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने मैट्रिक परीक्षा 2026 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह परीक्षा राज्यभर के लाखों छात्रों के भविष्य से जुड़ी होती है। इस बार बोर्ड ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन फॉर्म भरने की व्यवस्था जारी रखी है, लेकिन इसके साथ कुछ नए नियम भी लागू किए गए हैं, जिनका सीधा असर छात्रों पर पड़ेगा।
5 अक्टूबर 2025 तक फॉर्म भरने की अंतिम तिथि तय की गई है। अगर कोई छात्र समय पर फॉर्म नहीं भरता है, तो उसे अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा। वहीं, 2025 से पहले उत्तीर्ण छात्रों को बैटरमेंट (सुधार परीक्षा) का मौका नहीं मिलेगा।

बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2026 में मैट्रिक फॉर्म भरने की प्रक्रिया और अंतिम तिथि

बिहार बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि मैट्रिक परीक्षा 2026 का फॉर्म छात्रों को अपने विद्यालय के माध्यम से ही ऑनलाइन भरना होगा।

  • स्कूल प्रमुख (प्राचार्य/प्रधानाध्यापक) अपने User ID और Password से लॉगिन कर सभी छात्रों का फॉर्म भरेंगे।
  • आवेदन प्रक्रिया 15 सितंबर से शुरू हुई है और 5 अक्टूबर 2025 तक चलेगी।
  • परीक्षा शुल्क और ऑनलाइन आवेदन से जुड़ी जानकारी छात्रों को स्कूल में जाकर लेनी होगी।

यह कदम छात्रों के लिए सकारात्मक है क्योंकि इससे फॉर्म भरने की प्रक्रिया व्यवस्थित होगी और साइबर कैफे या अन्य जगहों पर गलतियां होने की संभावना कम होगी।

2025 से पहले के उत्तीर्ण छात्रों के लिए बड़ी समस्या

बोर्ड ने इस बार एक बड़ा बदलाव किया है। 2025 से पहले मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र सुधार (Improvement/Betterment Exam) का फॉर्म नहीं भर पाएंगे।
इसका मतलब यह है कि अगर किसी छात्र ने 2024 या उससे पहले मैट्रिक पास किया है और वह अपने अंक सुधारना चाहता है, तो अब उसके पास कोई विकल्प नहीं है।

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यह बदलाव कई छात्रों के लिए नकारात्मक साबित होगा। खासकर वे छात्र, जो भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं या करियर के लिए अपने अंकों को बेहतर बनाना चाहते थे।

बोर्ड का तर्क है कि हर साल बैटरमेंट के नाम पर काफी अव्यवस्था और फर्जीवाड़ा सामने आता था। ऐसे में इस फैसले से पारदर्शिता बढ़ेगी और केवल वर्तमान सत्र के छात्र ही सुधार परीक्षा का लाभ उठा सकेंगे।

छात्रों के सामने चुनौतियाँ और समाधान

इस नए नियम और समयसीमा को लेकर छात्रों और अभिभावकों में मिश्रित प्रतिक्रिया है।

  • सकारात्मक पहलू: ऑनलाइन प्रक्रिया, डिजिटल पारदर्शिता और समयबद्ध व्यवस्था।
  • नकारात्मक पहलू: पुराने छात्रों के लिए बैटरमेंट का विकल्प खत्म होना।

संभावित समस्याएँ

  1. ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट की कमी से आवेदन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
  2. जो छात्र किसी कारण से निर्धारित समय पर फॉर्म नहीं भर पाएंगे, उन्हें पूरा साल इंतजार करना होगा।
  3. 2025 से पहले पास हुए छात्रों के लिए अब अंक सुधार का कोई अवसर नहीं बचेगा।

संभावित समाधान

  • सरकार को चाहिए कि ऐसे छात्रों के लिए अलग से “Special Chance Exam” आयोजित करे।
  • विद्यालय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर सभी छात्रों को समय पर फॉर्म भरने की जानकारी दी जाए।
  • तकनीकी दिक्कतों को कम करने के लिए Helpdesk नंबर और ईमेल सपोर्ट सक्रिय रखा जाए।

बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2026 का फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर 2025 तय की गई है। यह छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है कि वे समय रहते अपने स्कूल के माध्यम से आवेदन करें।
हालांकि, 2025 से पहले उत्तीर्ण छात्रों के लिए बैटरमेंट का मौका खत्म होना निश्चित रूप से एक नकारात्मक पहलू है, जिसने कई छात्रों को निराश किया है।
फिर भी, डिजिटलाइजेशन और पारदर्शिता की दिशा में यह कदम भविष्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने वाला साबित हो सकता है।

Shardiya Navratri 2025: नवरात्र की पहली रात करें ये उपाय, माँ दुर्गा देंगी सुख-समृद्धि और धन-धान्य

Shardiya Navratri 2025

Shardiya Navratri 2025:भारत एक धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से भरपूर देश है। यहाँ हर पर्व का गहरा महत्व है। इन्हीं में से एक प्रमुख पर्व है शारदीय नवरात्रि, जो हर साल शरद ऋतु में मनाया जाता है। यह पर्व माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना के लिए समर्पित होता है और इसे शक्ति की उपासना का पर्व कहा जाता है। साल 2025 में शारदीय नवरात्रि का आगाज 22 सितंबर से हो रहा है और यह पर्व पूरे नौ दिनों तक चलेगा।

नवरात्रि की पहली रात को खास और शुभ माना जाता है, क्योंकि इस रात किए गए कार्य और उपाय पूरे वर्ष भर के लिए सुख-समृद्धि और धन-धान्य का मार्ग प्रशस्त करते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं नवरात्र 2025 की तिथि, पूजा-व्रत विधि और पहली रात के विशेष उपाय।

शारदीय नवरात्रि 2025: तिथि और धार्मिक महत्व

शारदीय नवरात्रि को सबसे प्रमुख नवरात्रि माना जाता है। इसी नवरात्रि के बाद दशहरा (विजयादशमी) का पर्व मनाया जाता है, जो अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है।

नवरात्रि 2025 की तिथियाँ इस प्रकार हैं:

  • प्रतिपदा (पहला दिन): 22 सितंबर 2025, सोमवार
  • नवमी (नवां दिन): 30 सितंबर 2025, मंगलवार
  • विजयादशमी / दशहरा: 1 अक्टूबर 2025, बुधवार

नवरात्रि के नौ दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है। हर दिन की पूजा का अलग महत्व है:

  1. शैलपुत्री
  2. ब्रह्मचारिणी
  3. चंद्रघंटा
  4. कूष्मांडा
  5. स्कंदमाता
  6. कात्यायनी
  7. कालरात्रि
  8. महागौरी
  9. सिद्धिदात्री

2025 का नवरात्र सोमवार से शुरू होकर मंगलवार को समाप्त होगा। सोमवार चंद्रमा का दिन है और इसे शांति, सौम्यता और परिवार में सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है। मंगलवार माँ दुर्गा का दिन है और इस दिन नवरात्रि समाप्त होना विशेष सौभाग्यशाली माना जाता है।

नवरात्र 2025 की पहली रात के खास उपाय और उनकी विधि

नवरात्र की पहली रात को खास ऊर्जा से भरी हुई मानी जाती है। मान्यता है कि इस रात किया गया प्रत्येक शुभ कार्य जीवन में तुरंत फल देता है। यहाँ कुछ प्रमुख उपाय बताए जा रहे हैं जिन्हें नवरात्र की पहली रात को करने से माँ दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है:

1. दीपदान और कलश स्थापना

नवरात्रि की पहली रात घर के पूजा स्थल में घी का दीपक जलाएँ। इस दीपक को पूरी रात जलते रहने दें। यह उपाय घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद दिलाता है। साथ ही, मिट्टी के पात्र में जौ बोकर कलश स्थापना करना भी समृद्धि का संकेत माना जाता है।

2. लाल चुनरी और पुष्प अर्पण

पहली रात माँ दुर्गा को लाल चुनरी, सिंदूर और लाल पुष्प अर्पित करने से विशेष फल मिलता है। लाल रंग शक्ति, साहस और समृद्धि का प्रतीक है। यह उपाय जीवन में नई ऊर्जा और धन-धान्य की वृद्धि लाता है।

3. दुर्गा सप्तशती और मंत्र जाप

नवरात्रि की शुरुआत दुर्गा सप्तशती का पाठ करके करें। यदि संभव न हो तो कम से कम “ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्रों की ध्वनि से वातावरण शुद्ध होता है और मानसिक शांति मिलती है।

4. दान और सेवा

नवरात्रि का आरंभ गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन दान से करें। यह उपाय माँ दुर्गा को प्रसन्न करता है और पूरे वर्ष के लिए धन-धान्य की स्थिरता सुनिश्चित करता है।

5. तिजोरी या धन स्थान पर हल्दी रखें

नवरात्र की पहली रात तिजोरी या जहाँ धन रखा जाता है, वहाँ हल्दी की गाँठ रखना बेहद शुभ माना जाता है। यह उपाय आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है और व्यापार में प्रगति लाता है।

6. कन्या पूजन का संकल्प

हालाँकि कन्या पूजन अष्टमी और नवमी को किया जाता है, लेकिन पहली रात ही इसका संकल्प लेने से माँ दुर्गा का आशीर्वाद और जल्दी मिलता है।

धार्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक दृष्टि से महत्व

नवरात्रि के ये उपाय केवल आस्था तक सीमित नहीं हैं बल्कि इनके पीछे गहरा वैज्ञानिक और सामाजिक महत्व भी छिपा है।

  1. धार्मिक महत्व:
    नवरात्रि की पहली रात किए गए उपाय देवी शक्ति को प्रसन्न करते हैं। मान्यता है कि इससे जीवन में धन, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद मिलता है।
  2. सांस्कृतिक महत्व:
    नवरात्रि सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं है। यह पर्व पूरे समाज को जोड़ता है। गरबा, डांडिया, रामलीला जैसे आयोजन समाज में एकता और भाईचारा बढ़ाते हैं।
  3. वैज्ञानिक महत्व:
    • दीपक जलाने से वातावरण में शुद्धता आती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
    • मंत्रों की ध्वनि तरंगें मस्तिष्क को शांति और संतुलन प्रदान करती हैं।
    • दान से समाज में सहयोग और करुणा की भावना जागृत होती है।
    • हल्दी का प्रयोग स्वास्थ्य के लिहाज से भी लाभकारी है, यह रोगों से बचाव करती है और शुभता का प्रतीक है।