राजगीर, बिहार का एक प्राचीन शहर है जो इतिहास, धर्म, और प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम प्रस्तुत करता है। यह स्थल बौद्ध, जैन और हिन्दू धर्मों के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है। यहां की घाटियाँ, पर्वत, कुंड और पुरातात्विक अवशेष सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। चलिये जानते है राजगीर में घूमने की 7 प्रमुख जगहों के बारे में जो आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बना सकती हैं।
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1. विश्व शांति स्तूप (Vishwa Shanti Stupa)
राजगीर की पहाड़ियों पर स्थित यह स्तूप बौद्ध धर्म का प्रतीक है। यह जापान के निप्पोंज़ान म्योहो जी संगठन द्वारा बनवाया गया था और इसे शांति का प्रतीक माना जाता है।
क्या देखें:
1.सफेद संगमरमर से बना स्तूप
2.भगवान बुद्ध की चार भव्य मूर्तियाँ
3.पहाड़ियों से चारों ओर का अद्भुत दृश्य
कैसे जाएं:
आप रोपवे (केबल कार) के माध्यम से इस स्तूप तक पहुँच सकते हैं, जो खुद में एक रोमांचक अनुभव कर सकते है।
2. सप्तधारा और ब्रह्मकुंड (Brahmakund Hot Springs)
यह कुंड गर्म जलस्रोतों के लिए प्रसिद्ध है, जिसका पानी औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। सप्तधारा से बहता गर्म पानी, ब्रह्मकुंड में इकट्ठा होता है।और हिंदू मान्यताओं के अनुसार यहां स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और शरीर की कई बीमारियाँ दूर होती हैं। और तो और यह स्थान सुबह-सुबह के लिए एकदम उपयुक्त है। भक्तजन और पर्यटक यहां गर्म जल में स्नान का आनंद लेते हैं।
3. वेणुवन (Venu Van)
यह एक सुंदर उद्यान है, जिसे भगवान बुद्ध को मगध सम्राट बिंबसार ने उपहार स्वरूप दिया था। यह बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है।इस जगह पर शांत वातावरण में ध्यान लगाएं,और सुंदर झील के किनारे समय बिताएंऔर बौद्ध धर्म से जुड़े स्मारकों को देखें. यह स्थान बच्चों और परिवार के साथ पिकनिक के लिए एक उत्तम स्थान है।
4. राजगीर रोपवे (Rajgir Ropeway)
राजगीर रोपवे बिहार का पहला रोपवे सिस्टम है, जो विश्व शांति स्तूप तक पहुंचने का एकमात्र और रोमांचकारी साधन है।इस रास्ते पर पहाड़ों के ऊपर उड़ने जैसा अनुभव होता है, प्रकृति की गोद में अद्भुत नज़ारा रोमांच पसंद करने वालों के लिए परफेक्ट घूमने की जगह है| फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यहां से लिया गया हर फोटो इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर छा जाता है।
5. जरासंध का अखाड़ा और बावड़ी (Jarasandh Akhara)
यह स्थान महाभारत काल से जुड़ा हुआ है, जहाँ मगध नरेश जरासंध अपने पहलवानों के साथ युद्धाभ्यास किया करते थे। इस स्थान पर एक प्राचीन बावड़ी भी है। इतिहास प्रेमियों के लिए यह स्थल पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और आपको इतिहास में झांकने का मौका देता है।
6.राजगीर नेचर सफारी
राजगीर नेचर सफारी रोमांच और प्रकृति का मिलन राजगीर नेचर सफारी बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो 500 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली हुई है। यह स्थान पर्यटकों को वनों, पशु-पक्षियों और प्राकृतिक दृश्यों से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है।जंगल सफारी मेंओपन जिप्सी से जंगल की सैर जिसमें शेर, तेंदुआ, भालू और हिरणों को प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।ग्लास स्काई वॉक पर पारदर्शी पुल से घाटियों का रोमांचक दृश्य – फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन स्पॉट।
प्रवेश शुल्क और समय:
- खुलने का समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक (सोमवार बंद)
- टिकट मूल्य: ₹100–₹300 प्रति व्यक्ति (विभिन्न श्रेणियों के अनुसार)
कैसे पहुंचे:
राजगीर रेलवे स्टेशन से सफारी मात्र 5 किमी दूर है। ऑटो या ई-रिक्शा से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
7.नालंदा विश्वविद्यालय
नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक है, जिसकी स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त वंश के शासकों द्वारा की गई थी। यह बौद्ध शिक्षा का अंतरराष्ट्रीय केंद्र था, जहां 10,000 से अधिक छात्र और 2,000 से अधिक शिक्षक रहते थे।
ऐतिहासिक विशेषताएं:
पुरातात्विक अवशेष: स्तूप, विहार, मूर्तियां और संस्कृत/पाली में लिखे अभिलेख।
विदेशी छात्र: चीन, कोरिया, जापान, तिब्बत से छात्र यहां पढ़ने आते थे।
विनाश: 1193 ई. में बख्तियार खिलजी ने इसे जला दिया था। आज भी इसकी राख इतिहास का प्रमाण है।
आज का नालंदा:
आज यहां नालंदा विश्वविद्यालय (Modern Nalanda University) फिर से विकसित किया जा चुका है, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग से चलाया जा रहा है और उच्च शिक्षा का नया केंद्र बन रहा है।नालंदा जिला, राजगीर से लगभग 15 किमी दूर है.
प्रवेश शुल्क: ₹30 (भारतीय नागरिकों के लिए)
समय: सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक (सोमवार बंद)
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