धान की रोपाई के 10 दिन बाद डालें ये ज़रूरी खाद, फसल होगी हरी-भरी और पैदावार होगी दोगुनी!

धान की खेती में हर चरण का अपना महत्व होता है, खासकर रोपाई के बाद का समय। यदि किसान इस समय सही तकनीक और खाद का उपयोग करें, तो उनकी फसल न केवल सुरक्षित रहेगी, बल्कि उत्पादन भी बढ़ेगा। आज हम जानेंगे कि रोपाई के 10 दिन बाद कौन सी खाद डालनी चाहिए, क्यों जरूरी है और किस मात्रा में डालें ताकि खेतों की ताकत कई गुना बढ़ जाए।

धान की पहली सिंचाई के साथ डालें ये खाद – जानिए क्या है इसका महत्व

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, रोपाई के 10 दिन बाद जब किसान पहली सिंचाई करते हैं, उसी समय एक खास किस्म की खाद डालनी चाहिए। ये खाद है – NPK या DAP

क्या होता है NPK या DAP खाद?

DAP का मतलब है डाय-अमोनियम फॉस्फेट, जिसमें लगभग 23% फॉस्फोरस और 9% नाइट्रोजन पाया जाता है।

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NPK खाद में तीनों ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं:

N – नाइट्रोजन (पत्तियों की वृद्धि के लिए),

P – फॉस्फोरस (जड़ों की मजबूती के लिए),

K – पोटाश (फलों और दानों की गुणवत्ता के लिए)।

DAP डालने से होते हैं ये 5 जबरदस्त फायदे

1.कल्लों की संख्या बढ़ती है – ज्यादा कल्ले मतलब ज्यादा बालियां, और ज्यादा बालियां मतलब ज्यादा धान।

2.जड़ें मजबूत होती हैं – जिससे पौधा मौसम की मार से नहीं गिरता।

3.पत्ते और तना हरे-भरे रहते हैं – जिससे प्रकाश संश्लेषण बेहतर होता है।

4.उत्पादन बढ़ता है – किसान को दोगुना लाभ।

5.खरपतवार की मार कम होती है – हरी-भरी फसल से खाली जगह नहीं बचती।

कितनी मात्रा में डालें खाद?

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप बिसेन बताते हैं कि धान की रोपाई के दस दिन बाद जब किसान पहली बार खेतों में पानी लगाते हैं, तब उन्हें प्रति एकड़ एक बोरी NPK खाद का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। इससे फसल को सभी जरूरी पोषक तत्व समय पर मिलते हैं, जिससे न केवल उत्पादन बेहतर होता है, बल्कि पौधे बीमारियों से भी सुरक्षित रहते हैं। ध्यान रखें कि यह खाद बहुत अधिक मात्रा में न डालें, नहीं तो यह फसल को नुकसान भी पहुंचा सकती है। एक बोरी प्रति एकड़ खेत के लिए पर्याप्त होती है।कई किसानों ने जब इस तकनीक को अपनाया, तो उनके खेतों में धान की फसल इतनी घनी और हरी-भरी हो गई कि गांव के लोग पूछने लगे कि उन्होंने कौन सा टॉप सीक्रेट अपनाया है। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह बेहद सस्ती है और इसका असर जल्दी दिखता है। किसान जो पहले सिर्फ गोबर या यूरिया खाद का इस्तेमाल करते थे, उन्हें अब NPK खाद के लाभ साफ नजर आ रहे हैं। पौधों की जड़ें गहरी और मजबूत हो जाती हैं, जिससे वे आंधी-पानी में भी टिके रहते हैं।

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अगर आप भी धान की खेती कर रहे हैं और अब तक आपने यह तरीका नहीं अपनाया है, तो इस बार जरूर अपनाएं। 10 दिन बाद सिंचाई के समय एक बोरी खाद डालकर देखिए, आपकी फसल में ऐसा बदलाव आएगा कि गांव वाले खुद पूछेंगे – “भैया, कौन सी खाद डाले थे?” पैदावार बढ़ाने का यह आसान और कारगर तरीका अब हर किसान का सीक्रेट बनता जा रहा है।

FAQs

Q1. धान में DAP खाद कब डालें?

रोपाई के 10 दिन बाद, पहली सिंचाई के समय डालना उचित होता है।

Q2. एक एकड़ में कितनी खाद डालनी चाहिए?

सिर्फ एक बोरी DAP या NPK खाद पर्याप्त है।

Q3. DAP से क्या फायदा होता है?

पौधे की जड़ें मजबूत होती हैं, कल्ले बढ़ते हैं और उत्पादन अधिक होता है।

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