भोजपुर में बड़ा हादसा टला: पप्पू यादव जहां खड़े थे, वही मकान गंगा में समा गया | जानिए पूरी कहानी

jawaniya village flood 2025

भोजपुर में बड़ा हादसा टला: 25 जुलाई 2025 को बिहार के भोजपुर ज़िले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण करने पहुँचे थे। इसी दौरान, जहां वे खड़े थे, वहीं का ज़मीन धंस गई और एक मकान गंगा नदी में समा गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना एक बड़े हादसे का संकेत थी।

गंगा नदी का प्रकोप और भोजपुर की स्थिति

बिहार में हर साल बाढ़ एक विकराल समस्या बनती जा रही है। इस बार गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और भोजपुर ज़िला इसका मुख्य शिकार बना है। जवेनिया गांव में नदी की कटाव रफ्तार इतनी तेज़ है कि पूरे गाँव का अस्तित्व ही संकट में पड़ गया है। अब तक दर्जनों मकान नदी में समा चुके हैं और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं।

पप्पू यादव मौके पर क्यों पहुँचे थे?

पप्पू यादव अपने सामाजिक कार्यों और जनता से सीधे जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं। उन्हें जानकारी मिली थी कि भोजपुर के जवेनिया गांव में बाढ़ और कटाव से लोग परेशान हैं। उन्होंने बिना किसी सरकारी अमले के वहां पहुंचने का फैसला किया ताकि लोगों की समस्याएं खुद सुन सकें और उनकी मदद कर सकें।घटना के दौरान पप्पू यादव एक मकान के सामने खड़े थे, जो नदी किनारे था। मीडिया और ग्रामीणों की मौजूदगी में अचानक ज़मीन में कंपन हुआ और वह मकान गंगा में समा गया। उसी मकान के पास सांसद पप्पू यादव भी खड़े थे, लेकिन ग्रामीणों ने समय रहते उन्हें पीछे खींच लिया और वे बाल-बाल बच गए।उन्होंने खुद कहा कि “यह भगवान का चमत्कार है और ग्रामीणों की सतर्कता की वजह से मैं आज ज़िंदा हूं।”

वीडियो वायरल: लोगों में रोष और चिंता

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पप्पू यादव खुद ने X (पूर्व ट्विटर) पर इसका वीडियो साझा किया और सरकार पर सवाल उठाए, पटना से महज़ 100 किलोमीटर दूर ये गांव पूरी तरह डूब गया है और सरकार को खबर तक नहीं। ये विकास नहीं विनाश है।” यह वीडियो वायरल होते ही लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी और प्रशासन की नाकामी पर बहस शुरू हो गई।

सरकार पर सीधा हमला

पप्पू यादव ने घटना के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि:

  • बिहार सरकार ने बाढ़ राहत के नाम पर केवल दिखावा किया है।
  • CAG की रिपोर्ट में 70 हज़ार करोड़ के घोटाले उजागर हुए, लेकिन पीड़ितों को मदद नहीं मिली।
  • बालू माफियाओं को संरक्षण देने से गंगा किनारे के गांव तबाह हो रहे हैं।
  • बाढ़ पीड़ितों का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।

जवेनिया गांव के कई लोगों ने बताया कि प्रशासन ने अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया है। बाढ़ हर साल आती है, लेकिन हर बार सरकार केवल नाव भेजकर खानापूर्ति करती है। इस बार तो लोगों के घर और ज़मीन ही बह गए, लेकिन कोई मंत्री या अधिकारी मौके पर नहीं पहुँचा।

एक बुजुर्ग ग्रामीण ने कहा:

“पप्पू यादव पहले नेता हैं जो खुद हमारे गांव आए, वरना बाकी लोग तो हेलिकॉप्टर से ऊपर से हाल देखकर चले जाते हैं।”पप्पू यादव की मौजूदगी में हुई इस घटना ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। घटना के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया। ना कोई राहत कैंप लगाया गया और ना ही कटाव रोकने के लिए कोई तात्कालिक कार्रवाई हुई। यह स्थिति दिखाती है कि आपदा प्रबंधन व्यवस्था कितनी कमजोर है और आम जनता को कितनी उपेक्षा झेलनी पड़ रही है।

CAG रिपोर्ट और भ्रष्टाचार का मुद्दा

पप्पू यादव ने जिस CAG रिपोर्ट का हवाला दिया, उसमें बिहार में राहत और पुनर्वास योजनाओं में भारी भ्रष्टाचार का उल्लेख है। रिपोर्ट में कहा गया कि:

  • राहत राशि में अनियमितताएं पाई गईं।
  • आपदा प्रभावितों तक पूरी सहायता नहीं पहुंची।
  • भ्रष्टाचार के चलते कागजों में ही योजनाएं पूरी हो गईं।

इस रिपोर्ट को लेकर विपक्षी दलों ने पहले ही सरकार पर सवाल उठाए थे, अब पप्पू यादव ने उसी मुद्दे को फिर उछाल दिया है।पप्पू यादव की यह घटना न सिर्फ एक व्यक्ति के बाल-बाल बचने की कहानी है, बल्कि पूरे तंत्र की असफलता की तस्वीर भी है। यदि समय रहते सरकार चेत जाए और आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाए, तो शायद आगे चलकर ऐसे हादसों को टाला जा सकता है।

मंच पर रो पड़ा बुजुर्ग, नीतीश कुमार से लगाई न्याय की गुहार – वायरल वीडियो से भावुक हुए लोग

मंच पर रो पड़ा बुजुर्ग, नीतीश कुमार से लगाई न्याय की गुहार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान एक ऐसी घटना घटी जिसने वहां मौजूद हर व्यक्ति का दिल छू लिया। मंच पर एक बुजुर्ग व्यक्ति पहुंचा और अचानक फूट-फूट कर रोने लगा, उसकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।

बुजुर्ग का दर्द देखकर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कुछ पल के लिए भावुक हो गए। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

वीडियो में क्या दिखा?

बिहार तक चैनल द्वारा शेयर किए गए वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है:

  • बुजुर्ग मंच पर पहुंचते हैं और हाथ जोड़ते हैं।
  • वह नीतीश कुमार से अपनी पीड़ा व्यक्त करने लगते हैं।
  • उनका गला भर आता है और वह रोते हुए बोलते हैं कि “अब कहां जाऊं साहब… कोई सुनता नहीं।”

इस मार्मिक दृश्य ने वहां मौजूद लोगों को भी भावुक कर दिया।

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बुजुर्ग की व्यथा – वर्षों से न्याय की तलाश

वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग ने कहा कि वह कई सालों से पेंशन और भूमि विवाद जैसी समस्याओं को लेकर परेशान हैं। उन्होंने लोकल अधिकारियों को कई बार आवेदन दिए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।उनकी बातों से साफ था कि अब वह सिस्टम से थक चुके हैं और इसलिए आख़िरकार मुख्यमंत्री से सीधे मिलकर अपनी बात रखना ही उन्हें एकमात्र विकल्प लगा।बुजुर्ग की पहचान क्या है?मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुजुर्ग व्यक्ति का नाम रामदयाल यादव हो सकता है, जो गया जिले से आए थे (इस नाम की पुष्टि आधिकारिक रूप से नहीं हुई है)।उन्होंने बताया कि,“मैंने कई बार अंचल कार्यालय और ब्लॉक ऑफिस में अर्जी दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंत में सोचा मुख्यमंत्री जी ही आखिरी उम्मीद हैं।”

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री ने उस बुजुर्ग को शांत करने की कोशिश की और तुरंत मंच पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि“इनकी पूरी बात ध्यान से सुनिए, और तुरंत इनकी समस्या का समाधान करिए।”उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिकारी जनता की सुनवाई नहीं करते, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।इस पूरी घटना ने एक बार फिर बिहार के स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।जब एक बुजुर्ग को अपनी समस्या कहने के लिए मुख्यमंत्री के सामने मंच पर जाकर रोना पड़े, तो यह कहीं न कहीं सिस्टम की नाकामी को दर्शाता है।

सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया – “दिल दहला देने वाला दृश्य”

वीडियो के वायरल होने के बाद Twitter (X), Facebook और Instagram पर लोग अपने-अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं:

  • एक यूजर ने लिखा: “ऐसा दृश्य देखकर आंखें नम हो गईं। बुजुर्ग की लाचारी झलकती है।”
  • दूसरे ने कहा: “अगर अफसरशाही ईमानदार होती तो इन्हें मंच पर रोने की ज़रूरत नहीं पड़ती।”
  • तीसरे यूजर ने लिखा: “नीतीश जी का मानवीय पक्ष देखकर अच्छा लगा।”

इस वीडियो को लाखों बार देखा जा चुका है और हजारों लोगों ने इसे शेयर किया है।

ऐसे वायरल मुद्दे जनता का विश्वास जीत सकते हैं

नीतीश कुमार की संवेदनशील प्रतिक्रिया इस समय उनके लिए एक पॉजिटिव छवि बनाने में मदद कर सकती है, खासकर तब जब विपक्ष सरकार को “जनविरोधी” बताने की कोशिश करता है।साथ ही यह घटना आम जनता के उस दर्द को सामने लाती है जो आए दिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण बढ़ता जा रहा है।आज की राजनीति जहां तीखे भाषण और आरोप-प्रत्यारोप में उलझी हुई है, वहीं इस तरह के दृश्य नेताओं के मानवीय पक्ष को सामने लाते हैं। यह न सिर्फ जनता से जुड़ाव बढ़ाता है बल्कि प्रशासन को भी चेतावनी देता है कि जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेना जरूरी है।इस घटना ने यह साबित कर दिया कि भारत में अभी भी वह वर्ग मौजूद है जिसे अपनी बात रखने के लिए मंच पर जाकर आंसू बहाने पड़ते हैं।मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता सराहनीय है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है:क्या अब प्रशासन नींद से जागेगा?यदि जवाब हां है, तो यह वीडियो सिर्फ एक वायरल क्लिप नहीं, बल्कि एक बदलाव का प्रतीक बन सकता है।

तेजस्वी यादव की ‘भाई-बहन योजना’: क्या बिहार में महिला वोटरों को लुभा पाएंगे?जाने पूरा रिपोर्ट

भाई-बहन योजना 2025

बिहार की राजनीति में एक बार फिर नई हलचल मच गई है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और RJD नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक नई योजना का ऐलान किया है – “भाई-बहन योजना”। इस स्कीम को लेकर चर्चा तेज हो गई है कि क्या ये 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महिला वोटरों को लुभाने की रणनीति है? आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी, इसके फायदे और राजनीतिक प्रभाव।

क्या है ‘भाई-बहन योजना’?

तेजस्वी यादव द्वारा घोषित ‘भाई-बहन योजना’ के अंतर्गत राज्य की गरीब और मध्यवर्गीय लड़कियों को हर महीने ₹1500 की सहायता राशि दी जाएगी। यह योजना स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं और स्नातक युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लाई जा रही है।

मुख्य बिंदु:
  • योजना की राशि: ₹1500 प्रतिमाह
  • लाभार्थी: 14 से 25 वर्ष की लड़कियां
  • योग्यता: बिहार निवासी, छात्रा या शिक्षित बेरोजगार
  • शुरुआत: 2025 के चुनाव के बाद RJD सरकार बनने पर

भाई-बहन योजना का उद्देश्य क्या है?

  • महिला सशक्तिकरण: लड़कियों की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना
  • शिक्षा में सहयोग: स्कूल-कॉलेज की फीस, किताबें, कोचिंग आदि में मदद
  • बेरोजगारी से राहत: युवतियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना
  • राजनीतिक रणनीति: महिला वोट बैंक को सुदृढ़ करना

RJD की यह योजना लालू प्रसाद यादव के “समाजवादी फार्मूले” की तर्ज पर बनाई गई है। तेजस्वी यादव ने 2020 में बेरोजगारों को 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। अब 2025 में महिला वोटरों को फोकस किया जा रहा है।विपक्ष की प्रतिक्रिया BJP और JDU नेताओं ने इस योजना को “चुनावी लॉलीपॉप” बताया है। उनका कहना है कि इससे पहले किए गए वादों पर काम नहीं हुआ, और अब नई स्कीमें सिर्फ वोट बटोरने के लिए लाई जा रही हैं।जनता की रायकई छात्राओं और महिलाओं ने इस योजना का स्वागत किया है।वहीं कुछ वर्गों ने इसे केवल चुनावी चाल बताया है।सोशल मीडिया पर इस योजना को लेकर #BhaiBahanYojana ट्रेंड कर रहा है।

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भाई-बहन योजना 2025 चुनाव पर क्या असर पड़ेगा?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि तेजस्वी यादव इस योजना को लेकर सही रणनीति अपनाते हैं और भरोसेमंद रोडमैप देते हैं, तो यह योजना महिला वोटरों को प्रभावित कर सकती है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।तेजस्वी यादव की ‘भाई-बहन योजना’ सिर्फ एक आर्थिक सहायता योजना नहीं है, बल्कि एक बड़ी राजनीतिक चाल भी है। इसका असली असर 2025 के विधानसभा चुनाव में देखा जाएगा। क्या ये योजना बिहार की राजनीति में गेम-चेंजर साबित होगी या फिर एक और अधूरी घोषणा बनकर रह जाएगी — यह तो वक्त ही बताएगा।

Q1. भाई-बहन योजना कब से शुरू होगी?

यह योजना RJD सरकार के सत्ता में आने के बाद लागू की जाएगी, यानी 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद।

Q2. इस योजना में कौन-कौन आवेदन कर सकते हैं?

बिहार की निवासी, 14 से 25 वर्ष की छात्राएं और शिक्षित बेरोजगार युवतियां इसके लिए पात्र होंगी।

Q3. क्या यह योजना लड़कों के लिए भी है?

नहीं, यह योजना विशेष रूप से लड़कियों और महिलाओं के लिए है।

Aadhaar Card Mobile Number Update 2025: ऑनलाइन मोबाइल नंबर बदलने का आसान तरीका जानिए

Aadhaar Card Mobile Number Update 2025

Aadhaar Card Mobile Number Update 2025: आधार कार्ड आज हर भारतीय नागरिक की सबसे महत्वपूर्ण पहचान बन चुका है। चाहे किसी सरकारी योजना का लाभ लेना हो, बैंक से जुड़ी कोई सेवा हो या फिर डिजिटल लॉगिन—हर जगह OTP वेरिफिकेशन जरूरी हो गया है।
यदि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है या पुराना हो गया है, तो आपको डिजिटल सेवाओं का उपयोग करने में मुश्किल होगी। इसलिए मोबाइल नंबर अपडेट करना अत्यंत आवश्यक है।

कौन कर सकता है आधार मोबाइल नंबर अपडेट?

  • जिनका नंबर पहले कभी रजिस्टर नहीं हुआ।
  • जिनका पुराना मोबाइल नंबर अब बंद हो गया है।
  • जिनका नंबर बदल गया है और नया नंबर लिंक कराना चाहते हैं।
  • जो अपनी जानकारी अपडेट रखना चाहते हैं।

Aadhaar Card Mobile Number Update 2025 ऑनलाइन मोबाइल नंबर अपडेट कैसे करें? (Step-by-Step Guide)

UIDAI ने अब मोबाइल नंबर अपडेट की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। आप घर बैठे नीचे दिए गए आसान स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं।

Step 1: UIDAI की वेबसाइट पर जाएं

https://myaadhaar.uidai.gov.in

Step 2: Aadhaar नंबर से लॉगिन करें
  • अपना 12 अंकों का आधार नंबर डालें
  • Captcha भरें
  • OTP से लॉगिन करें (अगर पुराना नंबर अब भी चालू है)
Step 3: ‘Update Aadhaar Online’ विकल्प चुनें
  • लॉगिन के बाद Update सेक्शन में जाएं
  • Mobile Number Update चुनें
Step 4: नया मोबाइल नंबर दर्ज करें
  • जिस मोबाइल नंबर को आप जोड़ना चाहते हैं, उसे डालें
  • Captcha भरें और ‘Send OTP’ पर क्लिक करें
  • OTP डालकर पुष्टि करें
Step 5: ₹50 शुल्क का भुगतान करें
  • मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए ₹50 का चार्ज देना होता है|
  • आप UPI, नेट बैंकिंग या डेबिट कार्ड से भुगतान कर सकते हैं|

ऑफलाइन मोबाइल नंबर अपडेट कैसे करें?

यदि आपके पास पुराना नंबर नहीं है या ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं करना चाहते, तो आप आधार सेवा केंद्र (ASK) या नजदीकी CSC सेंटर से मोबाइल नंबर अपडेट कर सकते हैं।

साथ ले जाएं:
  • ओरिजिनल आधार कार्ड
  • नया मोबाइल नंबर
  • ₹50 शुल्क
  • ऑफलाइन प्रोसेस में आधार केंद्र के ऑपरेटर आपके बायोमेट्रिक्स की पुष्टि करके मोबाइल नंबर जोड़ते हैं।

मोबाइल नंबर अपडेट में लगने वाला समय

UIDAI के अनुसार, मोबाइल नंबर अपडेट होने में आमतौर पर 48 से 72 घंटे का समय लगता है। हालांकि कुछ मामलों में यह प्रक्रिया 5-7 कार्यदिवस तक भी जा सकती है।

जरूरी दस्तावेज

मोबाइल नंबर अपडेट के लिए आपको कोई भी दस्तावेज अपलोड या दिखाने की आवश्यकता नहीं होती।
सिर्फ आधार नंबर और नया मोबाइल नंबर पर्याप्त होता है।

मोबाइल नंबर अपडेट के बाद क्या करें?

  • mAadhaar ऐप में रजिस्ट्रेशन करें
  • सरकारी योजनाओं जैसे PM Kisan, Ration कार्ड आदि से OTP वेरिफिकेशन आसानी से कर सकेंगे
  • Digilocker, PAN Linking और EPFO सेवाओं का लाभ मिल सकेगा

मोबाइल नंबर अपडेट करने के फायदे

फायदेविवरण
OTP आधारित वेरिफिकेशनबैंकिंग, पेंशन, सरकारी सेवाओं में सहूलियत
मोबाइल पर सरकारी अलर्टस्कीम, सब्सिडी, अपडेट की जानकारी
डिजिटल इंडिया सेवाओं का लाभmAadhaar, UMANG, Digilocker, आदि
आसानी से PAN, EPFO लिंकिंगतेज़ और आसान प्रक्रिया

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. क्या मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए कोई डॉक्युमेंट चाहिए?

उत्तर: नहीं, सिर्फ आधार नंबर और नया मोबाइल नंबर ही चाहिए।

Q2. अपडेट में कितना समय लगता है?

उत्तर: आमतौर पर 48-72 घंटे; कुछ मामलों में 5 से 7 दिन।

Q3. क्या OTP पुराने नंबर पर ही आता है?

उत्तर: अगर पुराना नंबर चालू है, तभी OTP आएगा। नया नंबर जोड़ने के लिए ऑफलाइन ऑप्शन बेहतर है।

Q5. क्या eKYC के लिए आधार से मोबाइल लिंक ज़रूरी है?

उत्तर: हां, बिना लिंक मोबाइल नंबर के OTP आधारित eKYC संभव नहीं।

मानसून में वायरल बुखार से कैसे बचें? डॉक्टरों ने बताए ये 7 घरेलू उपाय

मानसून में वायरल बुखार से कैसे बचें?

वायरल बुखार:मानसून का मौसम जहां हरियाली और ठंडक लेकर आता है, वहीं इसके साथ कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में सबसे आम बीमारी है वायरल बुखार, जो तेजी से फैलता है और सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। हल्का बुखार, गले में खराश, सिरदर्द और बदन दर्द इसके सामान्य लक्षण होते हैं। यदि समय पर सावधानी न बरती जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है।

1. तुलसी का काढ़ा – इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है

तुलसी भारतीय घरों में आमतौर पर पाई जाती है और इसकी पत्तियों में प्राकृतिक औषधीय गुण होते हैं।
यह वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता रखती है।

उपयोग कैसे करें:
  • 5 तुलसी की पत्तियां लें
  • 1 छोटा टुकड़ा अदरक और चुटकीभर काली मिर्च डालें
  • 1 कप पानी में 5 मिनट तक उबालें
  • छानकर गुनगुना पीएं

2. हल्दी वाला दूध – वायरल से तुरंत राहत पाने का उपाय

हल्दी को प्राकृतिक एंटीबायोटिक कहा जाता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करता है और बुखार के बैक्टीरिया से लड़ता है।

सेवन विधि:
  • 1 गिलास गर्म दूध लें
  • उसमें आधा चम्मच हल्दी मिलाएं
  • रात को सोने से पहले सेवन करें

3.भाप लेना – गले और नाक की सफाई के लिए जरूरी

भाप लेना सर्दी, जुकाम और गले की खराश में बेहद कारगर होता है। मानसून के दौरान नमी के कारण गले में बैक्टीरिया जम सकते हैं।

भाप लेने की विधि:
  • गर्म पानी में विक्स या अजवाइन मिलाएं
  • तौलिया से सिर ढंककर 5–7 मिनट तक भाप लें
  • दिन में 1 बार जरूर करें

4.नींबू और शहद – इम्युनिटी के लिए विटामिन C का स्रोत

नींबू में मौजूद विटामिन C और शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो वायरल बुखार से लड़ने में मदद करते हैं।

कैसे बनाएं:
  • 1 गिलास गुनगुना पानी लें
  • उसमें आधा नींबू और 1 चम्मच शहद मिलाएं
  • सुबह खाली पेट सेवन करें

5.अधिक पानी पिएं – शरीर को डिटॉक्स करें

मानसून में शरीर में पानी की कमी हो जाती है क्योंकि पसीना कम आता है और प्यास भी कम लगती है।

क्या करें:
  • दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं
  • नारियल पानी, नींबू पानी और छाछ जैसे हेल्दी ड्रिंक्स लें

6. इन चीज़ों से बचें – पेट की बीमारियों को न बुलाएं

मानसून में खुले में मिलने वाले खाद्य पदार्थ जल्दी खराब हो जाते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं।

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किन चीजों से बचें:
  • सड़क किनारे मिलने वाला चाट, समोसा, पकौड़ी
  • बासी भोजन या खुला कटा फल
  • गंदा पानी या अधपका खाना

7. नीम की पत्तियां – संक्रमण से लड़ने का रामबाण उपाय

नीम एक प्राचीन औषधि है जिसका प्रयोग आयुर्वेद में वर्षों से होता आ रहा है। यह शरीर को अंदर से साफ करता है और वायरस को खत्म करता है।

उपयोग कैसे करें:
  • 4–5 नीम की पत्तियां सुबह खाली पेट चबाएं
  • या नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पिएं

डॉक्टर की सलाह कब लें?

हालांकि ऊपर दिए उपाय असरदार हैं, लेकिन अगर नीचे दिए लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

“AIIMS दिल्ली ने भी वायरल बुखार में तुलसी व हल्दी के उपयोग को कारगर बताया है। click here

  • बुखार 3 दिन से अधिक बना रहे
  • बहुत तेज सिरदर्द या शरीर में कंपकंपी
  • सांस लेने में दिक्कत
  • अत्यधिक कमजोरी या थकावट

निष्कर्ष: देसी उपायों से पाएं राहत

मानसून के मौसम में थोड़ा सा ध्यान और देसी नुस्खे अपनाकर हम वायरल बुखार से सुरक्षित रह सकते हैं। ये उपाय हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद हैं और किसी भी तरह के नुकसानदायक प्रभाव नहीं डालते। लेकिन अगर लक्षण गंभीर हों तो घरेलू उपचार से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. मानसून में वायरल बुखार कितने दिन रहता है?

Ans: आमतौर पर 3–5 दिन तक रहता है, लेकिन सही इलाज से जल्दी ठीक हो जाता है।

Q2. क्या ये उपाय बच्चों के लिए भी सुरक्षित हैं?

Ans: हां, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेकर ही दें, खासकर जब बात नीम या हल्दी की मात्रा की हो।

Q3. वायरल और डेंगू में क्या अंतर है?

Ans: वायरल बुखार आम वायरस से होता है जबकि डेंगू मच्छर के काटने से होता है और प्लेटलेट्स को कम करता है।

कांवड़ यात्रा 2025 में हेलिकॉप्टर सेवा: शिवभक्तों के लिए पहली बार हवाई सुविधा शुरू!

Helicopter Kanwar Yatra 2025

कांवड़ यात्रा 2025 में हेलिकॉप्टर सेवा:सावन का महीना शुरू होते ही पूरा उत्तर भारत हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजने लगता है। लेकिन इस बार की कांवड़ यात्रा 2025 में कुछ बेहद खास है — अब भक्त हेलिकॉप्टर से गंगाजल लेकर लौटेंगे! उत्तराखंड और झारखंड सरकार ने कुछ सीमित रूट्स पर हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की है जिससे भक्त 1 दिन में ही जलाभिषेक कर सकें।

हेलिकॉप्टर सेवा कहां से शुरू हुई है?

कांवड़ यात्रा के लिए हेलिकॉप्टर सेवा दो प्रमुख स्थानों से शुरू की गई है:

  1. हरिद्वार से नीलकंठ महादेव तक (उत्तराखंड)
  2. बासुकीनाथ से बाबाधाम, देवघर (झारखंड)

भक्तगण ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से अपनी सीट कन्फर्म कर सकते हैं और भीड़ से बचते हुए सीधे मंदिर तक पहुंच सकते हैं।बात करे हेलिकॉप्टर सेवा का किराया और बुकिंग में कितना पैसा लगेगा.

कांवड़ यात्रा 2025 में पहली बार जा रहे हैं? जानिए 10 जरूरी टिप्स वरना मुश्किल में पड़ सकते हैं click here

रूटकिराया (एकतरफा)कुल समयबुकिंग वेबसाइट
हरिद्वार → नीलकंठ₹3,49912 मिनटukheliservices.in
देवघर → बासुकीनाथ₹2,99910 मिनटjharkhandtourism.gov.in

बुकिंग के लिए ID Proof (Aadhaar/PAN) जरूरी होगा।

पहली बार पायलट बना एक शिवभक्त – वायरल हुई कहानी

हरिद्वार से उड़ान भरने वाले हेलिकॉप्टर के पायलट अभिषेक त्यागी खुद एक शिवभक्त हैं, जो हर साल कांवड़ यात्रा पैदल करते थे। इस बार उन्होंने अपनी सेवा भगवान भोलेनाथ को अर्पित करते हुए पायलट की सीट संभाली।
उनकी कहानी अब Instagram और Facebook पर वायरल हो रही है।

कांवड़ यात्रा 2025 में हेलिकॉप्टर सेवा में भक्तों की सुरक्षा और सुविधा की व्यवस्था

  • हर हेलिपैड पर मेडिकल टीम मौजूद
  • हर उड़ान से पहले भक्तों को सुरक्षा निर्देश
  • उड़ान में 6-8 सीटें — बुजुर्गों और महिलाओं को प्राथमिकता
  • हर उड़ान का CCTV और GPS मॉनिटरिंग

ऑनलाइन बुकिंग कैसे करें? (स्टेप बाय स्टेप)

1.ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं (उदाहरण: ukheliservices.in)

2.रूट, तारीख और यात्री संख्या चुनें

3.पहचान पत्र अपलोड करें

4.ऑनलाइन भुगतान करें

5.टिकट PDF डाउनलोड करें

नोट: यात्रा से 2 घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य है।

क्या यह सेवा सभी के लिए है?नहीं, हालांकि यह सेवा अभी केवल सीमित यात्रियों के लिए शुरू की गई है और रोजाना 6–7 उड़ानें ही संचालित हो रही हैं।
लेकिन सरकार ने यहसंकेत दिया है कि यदि यह सफल रही, तो अगले वर्ष से पूरे भारत के प्रमुख तीर्थस्थलों में यह सुविधा लागू हो सकती है।

लोगों की प्रतिक्रिया

राजीव चौहान (मेरठ): “अब बड़ों और बीमार लोगों के लिए भी गंगाजल लाना संभव हो पाया है। हेलिकॉप्टर सेवा एक वरदान है।”

पारुल गुप्ता (दिल्ली): “मैंने 3000 रुपये में गंगाजल मंगवाया, 1 दिन में घर पर पहुंच गया। बहुत ही सुविधाजनक।”

हेलिकॉप्टर सेवा की खासियत क्या है?

1.यह सेवा विशेष रूप से हरिद्वार से दिल्ली, मेरठ, देहरादून और ऋषिकेश के लिए चलाई जा रही है।

2.श्रद्धालु गंगाजल को हेलिकॉप्टर के जरिए अपने निर्धारित स्थान पर मंगवा सकते हैं।

3.पहली बार ऐसा देखने को मिला है जब कोई कांवड़िया स्वयं हेलिकॉप्टर का पायलट बना और बाबा भोलेनाथ के नाम पर सेवा कर रहा है।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या इस सेवा में गंगाजल खुद भरना होगा?

नहीं, गंगाजल पहले से हेलिपैड पर उपलब्ध रहेगा।

Q2. क्या कैंसिलेशन की सुविधा है?

जी हां, 48 घंटे पहले कैंसिल करने पर 50% रिफंड मिलेगा।

Q3.क्या यह सेवा Wheelchair users के लिए उपलब्ध है?

फिलहाल नहीं, लेकिन जल्द ही ऐसी सुविधा जोड़ने की योजना है।

सावन सोमवार 2025: 14 जुलाई का पूजन महत्त्व, व्रत विधि और शिव कृपा पाने के चमत्कारी उपाय

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सावन सोमवार 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, 14 जुलाई 2025 को सावन माह का पहला सोमवार पड़ रहा है, जिसे सावन सोमवार के रूप में मनाया जाएगा। यह दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष महत्त्व रखता है।इसलिए मान्यता है कि सावन सोमवार को व्रत रखने और विशेष विधि से पूजा करने से भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस लेख में हम जानेंगे —

  • सावन सोमवार का आध्यात्मिक और धार्मिक महत्त्व
  • 14 जुलाई का शुभ मुहूर्त
  • पूजा की विधि

सावन सोमवार का धार्मिक महत्व

सावन माह को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यही वह समय है जब माता पार्वती ने कठिन तप कर शिवजी को पति रूप में प्राप्त किया था।

इसी कारण, खासकर कुंवारी कन्याएं इस दिन व्रत रखती हैं और अच्छे वर की प्राप्ति की प्रार्थना करती हैं।
विवाहित महिलाएं पारिवारिक सुख और संतान सुख के लिए उपवास करती हैं। “सावन सोमवार को व्रत रखने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को मनचाहा वरदान देते हैं।”

14 जुलाई 2025 का शुभ मुहूर्त

व्रत तिथि: 14 जुलाई 2025, सोमवार

शुभ स्नान और पूजन का समय: सुबह 5:28 AM से 7:55 AM तक

व्रत पारण (उपवास तोड़ने) का समय: शाम 6:45 PM के बाद

राहुकाल: सुबह 7:30 AM से 9:00 AM (इस समय पूजा से बचें)

सावन सोमवार 2025 व्रत और पूजा विधि

सावन सोमवार व्रत की विधि विशेष होती है। इसका पालन सावधानी से करने पर शुभ फल अवश्य प्राप्त होता है।ndtv news

व्रत विधि:

1.सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें

2.स्नान कर के स्वच्छ सफेद या पीले वस्त्र धारण करें

3.शिव मंदिर जाएं या घर में शिवलिंग की स्थापना करें

4शिवलिंग का अभिषेक करें –
-जल, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर (पंचामृत) से
– उसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराएं

5.शिव को बिल्वपत्र, धतूरा, आक, भांग, चंदन और सफेद फूल अर्पित करें

6.धूप, दीप और नैवेद्य चढ़ाएं

7.“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें – कम से कम 108 बार

8.शिव आरती करें

9.व्रत कथा पढ़ें या सुनें

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सावन सोमवार का फल

लाभविवरण
📿 मन की शांतिमानसिक तनाव और चिंता दूर होती है
🪙 आर्थिक लाभनौकरी और व्यापार में सफलता मिलती है
💍 विवाह में सफलताअच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति होती है
👶 संतान प्राप्तिनि:संतान दंपतियों को संतान सुख मिलता है
🛡️ रक्षारोग, शत्रु और दुर्घटनाओं से सुरक्षा मिलती है

सावन सोमवार उत्तर भारत (उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश) में विशेष धूमधाम से मनाया जाता है।

हरिद्वार, वाराणसी, उज्जैन, काशी, और देवघर जैसे स्थानों पर कांवड़ यात्रा के साथ शिवभक्त जल चढ़ाने जाते हैं।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या सावन सोमवार व्रत पुरुष रख सकते हैं?

हां, यह व्रत स्त्री-पुरुष सभी रख सकते हैं।

Q2. क्या बिना मंदिर जाए व्रत कर सकते हैं?

हां, आप घर में ही शिवलिंग की स्थापना कर पूजा कर सकते हैं।

Q3. क्या उपवास में फलाहार किया जा सकता है?

हां, फल, दूध, और व्रत का भोजन लिया जा सकता है।

पटना मेट्रो 15 अगस्त 2025 से होगी शुरू – जानिए स्टेशन, रूट, किराया और ट्रायल रन की पूरी जानकारी

15 अगस्त से शुरू होगी पटना मेट्रो!"

पटना मेट्रो: बिहार की राजधानी पटना में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने और स्मार्ट सिटी की दिशा में कदम बढ़ाते हुए, पटना मेट्रो का पहला चरण 15 अगस्त 2025 को शुरू होने जा रहा है।
यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा, जब आज़ादी के दिन के साथ-साथ लोगों को आधुनिक परिवहन की सौगात मिलेगी।पटना मेट्रो का पहला कॉरिडोर “ब्लू लाइन” के नाम से जाना जा रहा है, जो कि न्यू ISBT से मलाही पकड़ी तक फैला हुआ है। इस लाइन में शुरू में 6.5 किमी का एलिवेटेड रूट चालू होगा।

प्रारंभ में जो स्टेशन चालू होंगे:

Malahi Pakri (मलाही पकड़ी)

Bhootnath (भूतनाथ रोड)

Zero Mile (ज़ीरो माइल)

Patliputra Bus Terminal (New ISBT)

Khemnichak स्टेशन का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है, इसलिए पहले चरण में चालू नहीं किया जाएगा।

ट्रायल रन की शुरुआत

पटना मेट्रो का ट्रायल रन 15 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा है। यह ट्रायल रन 1 महीने चलेगा और इसमें तकनीकी परीक्षण, सुरक्षा मानकों की जांच और स्टेशन संचालन की तैयारी शामिल होगी।ट्रैक, सिग्नलिंग, और पावर सप्लाई सिस्टम का परीक्षण लगभग पूरा हो चुका है।प्रथम मेट्रो कोच पुणे से रवाना कर दिया गया है।

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किराया कितना होगा?

पटना मेट्रो का किराया अभी फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक ये लगभग ₹10 से ₹60 के बीच हो सकता है।

दूरीअनुमानित किराया
0–2 किमी₹10
2–5 किमी₹20
5–10 किमी₹30
10+ किमी₹40–₹60

रूट मैप – ब्लू लाइन

पटना मेट्रो की ब्लू लाइन की कुल लंबाई 14.5 किमी है, लेकिन पहले चरण में 6.5 किमी का ही संचालन शुरू होगा।

ब्लू लाइन का पूरा रूट:

  • New ISBT
  • Zero Mile
  • Bhootnath
  • Khemnichak (शुरुआत में बंद रहेगा)
  • Malahi Pakri
  • आगे का विस्तार: Kankarbagh, Rajendra Nagar, Patna Junction (Phase 2)

पटना मेट्रो निर्माण कार्य को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) की देखरेख में किया जा रहा है। बिजली सप्लाई व ट्रैक बिछाव पूरा एलिवेटेड ट्रैक: 95% कार्य पूरा स्टेशन स्ट्रक्चर: लगभग पूरा सुरक्षा और सिग्नलिंग: टेस्टिंग फेज़ में

FAQ

Q1. पटना मेट्रो कब से शुरू होगी?

15 अगस्त 2025 से आम यात्रियों के लिए सेवा शुरू होगी।

Q2. कितने स्टेशन चालू होंगे?

शुरुआत में 4 स्टेशन: Malahi Pakri, Bhootnath, Zero Mile, New ISBT

Q3. क्या पटना मेट्रो भूमिगत है?

पहला फेज एलिवेटेड है, दूसरे फेज में भूमिगत सेक्शन भी होगा।

Q4. मेट्रो का किराया कितना होगा?

₹10 से ₹60 तक की संभावना है, अंतिम निर्णय जल्द आएगा।

Q5. ट्रायल रन कब शुरू हो रहा है?

15 जुलाई 2025 से ट्रायल रन होगा।

कांवड़ यात्रा 2025 में पहली बार जा रहे हैं? जानिए 10 जरूरी टिप्स वरना मुश्किल में पड़ सकते हैं

कांवड़ यात्रा 2025

कांवड़ यात्रा ना केवल शिवभक्तों के लिए एक पवित्र यात्रा है बल्कि यह एक मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक परीक्षा भी होती है। पहली बार यात्रा पर जा रहे भक्तों को उत्साह के साथ-साथ सावधानी की भी ज़रूरत होती है। लाखों की भीड़, लंबा रास्ता और सीमित संसाधन—इन सबसे निपटने के लिए सही तैयारी बेहद जरूरी है।यहां हम आपको दे रहे हैं 10 सबसे जरूरी टिप्स, जो आपकी कांवड़ यात्रा 2025 को सफल और सुगम बनाएंगे।

कांवड़ यात्रा 2025 सही तैयारी और सामान की लिस्ट बनाएं

यात्रा पर निकलने से पहले एक चेकलिस्ट बनाएं:

  • आरामदायक जूते
  • जलरोधी (waterproof) कांवड़
  • एक टॉर्च, पावर बैंक
  • प्राथमिक दवाएं (ORS, बैंडेज, दर्द की दवा)
  • छोटा बैग या पोटली

टिप: हल्का सामान रखें, जरूरत से ज्यादा चीजें न ले जाएं।

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शरीर को हाइड्रेटेड रखें

लंबी पैदल यात्रा में पानी की कमी से हीट स्ट्रोक या डिहाइड्रेशन हो सकता है।

1.नींबू पानी, छाछ या ग्लूकोज का सेवन करें.

2.हर 30 मिनट में पानी पिएं

3.ORS घोल साथ रखें

अच्छे जूते पहनें

गलत फुटवियर से पैर छिल सकते हैं या सूजन आ सकती है।

1.जोड़ी मोज़े साथ रखें

2.केवल स्पोर्ट्स शूज़ या ट्रैकिंग शूज़ पहनें

3.नया जूता न पहनें, पहले से पहना हुआ हो

यात्रा का रूट और स्टॉपिंग प्वाइंट पहले जान लें

अपने रूट की पूरी जानकारी रखें:

  • कहाँ रुकना है
  • कहाँ लंगर मिलेगा
  • कहाँ मेडिकल सुविधा है

सुझाव:Kanwar App 2025” से रूट मैप और व्यवस्था की जानकारी लें।

मेडिकल और सुरक्षा सुविधा का ध्यान रखें

“आपातकालीन संपर्क” नंबर अपनी जेब में लिखें

हर 5-10 किलोमीटर पर मेडिकल कैंप होते हैं

अगर आपको कोई एलर्जी या बीमारी है तो डॉक्टर की पर्ची साथ रखें

मोबाइल नेटवर्क और पावर बैकअप

1.परिवार वालों को रूट की जानकारी दें

2.कई जगह नेटवर्क कमजोर हो सकता है

3.पावर बैंक साथ रखें

भीड़ में संयम बनाए रखें

-कांवड़ यात्रा में भीड़ बहुत अधिक होती है:

-सेवा समितियों के निर्देशों का पालन करें

-धैर्य रखें

-न धक्का दें, न लें

डीजे, नाच-गाना – संयम से करें

यात्रा भक्ति से जुड़ी है, अतः व्यवहार संयमित रखें:

सभी के साथ सम्मानपूर्वक पेश आएं

डीजे का प्रयोग अनुमति से करें

शराब, मांस या किसी गलत गतिविधि से दूर रहें

आराम करें, ओवरएक्टिव न हों

पहली बार यात्रा में लगातार चलना शरीर पर भारी पड़ सकता है:

रिले प्रणाली (डाक कांवड़) अपनाएं तो बेहतर

हर 8-10 KM पर ब्रेक लें

थकावट लगे तो रुकें

अनुभव को संजोएं, शेयर करें

अगर आप कंटेंट क्रिएटर हैं, तो यह यात्रा आपके लिए एक अवसर है:

  • व्लॉग बनाएं
  • इंस्टाग्राम Reels और YouTube Shorts शूट करें
  • “#KanwarYatra2025” टैग ज़रूर लगाएं

FAQs

Q1. क्या कांवड़ यात्रा के लिए पंजीकरण जरूरी है?

कुछ राज्यों में हां, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा है।

Q2. महिलाएं भी यात्रा में भाग ले सकती हैं?

बिल्कुल, महिला कांवड़ियों के लिए विशेष Pink Toilets और सहायता बूथ होते हैं।

Q3. क्या वाहन से यात्रा करना मान्य है?

हां, लेकिन “डाक कांवड़” केवल पैदल की जाती है।

Q4. सबसे अच्छा रूट कौन सा है?

हरिद्वार से दिल्ली, या सुल्तानगंज से देवघर वाला रूट काफी प्रसिद्ध है।

आधार अपडेट 2025: UIDAI ने बदले नियम, इन दस्तावेजों के बिना नहीं होगा अपडेट – जानिए पूरी लिस्ट

2025 में आधार अपडेट के लिए जरूरी दस्तावेज़ – UIDAI केंद्र के बाहर लाइन में खड़े लोग और आधार कार्ड

आधार अपडेट 2025:अगर आप आधार कार्ड में नाम, पता, जन्म तिथि या फोटो अपडेट करवाना चाहते हैं, तो अब सिर्फ पुराने दस्तावेजों से काम नहीं चलेगा। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने 2025-26 के लिए अपडेट नियमों की सूची जारी की है। क्युकि ये बदलाव न सिर्फ भारतीय नागरिकों पर लागू होंगे, बल्कि NRI, विदेशी नागरिक और OCI कार्डधारकों पर भी।

आधार कार्ड में अपडेट कौन-कौन करा सकता है?

अगर किसी व्यक्ति की आधार कार्ड में जानकारी गलत दर्ज हो गई है या फिर जीवन की परिस्थिति (जैसे विवाह, लिंग पहचान में बदलाव, स्थान परिवर्तन) के कारण बदलाव जरूरी है, तो वह UIDAI के नियमों के अनुसार आधार में सुधार कर सकता है।
इसके अलावा, एनआरआई, विदेशी नागरिक और OCI कार्डधारक भी अपडेट के लिए पात्र हैं।

आधार अपडेट के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची

UIDAI ने दस्तावेजों को चार अलग-अलग श्रेणियों में बांटा है:

पहचान प्रमाण (Identity Proof)

इस श्रेणी में आप निम्नलिखित में से कोई एक दस्तावेज दे सकते हैं:

1.CGHS या ECHS कार्ड

2.पासपोर्ट

3.वोटर ID कार्ड

4.पैन कार्ड (e-PAN भी मान्य है)

5.ड्राइविंग लाइसेंस

6.सरकारी फोटो पहचान पत्र

7.NREGA जॉब कार्ड

पता प्रमाण (Address Proof)

पता प्रमाण के लिए नीचे दिए गए दस्तावेजों का उपयोग किया जा सकता है:

1.राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जारी निवास प्रमाण पत्र

2.बिजली, पानी, गैस या लैंडलाइन बिल (3 महीने से कम पुराना)

3.बैंक स्टेटमेंट या पासबुक

4.राशन कार्ड

5.रजिस्टर्ड रेंट एग्रीमेंट

जन्म तिथि प्रमाण (Date of Birth Proof)

1.स्कूल/कॉलेज की मार्कशीट

2.पासपोर्ट

3.जन्म प्रमाण पत्र

4.सरकारी डॉक्यूमेंट जिसमें जन्म तिथि हो

रिश्ते का प्रमाण (Proof of Relationship) (यदि आवश्यक हो)

1.विवाह प्रमाण पत्र

2.जन्म प्रमाण पत्र

3.परिवार रजिस्टर की प्रति

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NRI और विदेशी नागरिकों के लिए अलग प्रक्रिया

भारत में लंबे समय से रहने वाले विदेशी नागरिक, OCI कार्डधारक और एनआरआई भी आधार अपडेट करा सकते हैं, लेकिन उन्हें निम्नलिखित अतिरिक्त दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:

1.FRRO से जारी रजिस्ट्रेशन पेपर

2.पासपोर्ट

3.वीजा डॉक्यूमेंट

4.नागरिकता प्रमाणपत्र

आधार अपडेट 2025 अपडेट कैसे करें – बिल्कुल मुफ्त

UIDAI ने 14 जून 2026 तक ऑनलाइन आधार अपडेट को मुफ्त कर दिया है। इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:

1.वेरिफिकेशन के बाद e-Aadhaar डाउनलोड करें।

2.UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

3.अपना आधार नंबर और OTP के जरिए लॉगिन करें।

4.जिस जानकारी को अपडेट करना है, वह चुनें।

5.आवश्यक दस्तावेज की स्कैन कॉपी अपलोड करें।

निष्कर्ष

अगर आप 2025 में आधार अपडेट करवाने जा रहे हैं तो इस बार बिना तैयारी जाना समझदारी नहीं है। UIDAI ने नियमों को सख्त कर दिया है और केवल उन्हीं लोगों के अपडेट को मान्यता दी जाएगी जो उचित दस्तावेज लेकर आएंगे। बेहतर होगा कि आप पहले से दस्तावेज तैयार रखें और UIDAI पोर्टल से चेक कर लें कि कौन-से डॉक्यूमेंट्स आपके लिए मान्य हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. क्या आधार अपडेट के लिए ऑनलाइन फीस लगती है?

नहीं, 14 जून 2026 तक ऑनलाइन अपडेट पूरी तरह मुफ्त है।

Q2. क्या आधार में एक साथ कई बदलाव हो सकते हैं?

हां, लेकिन हर बदलाव के लिए संबंधित दस्तावेज देना अनिवार्य है।

Q3. क्या e-PAN कार्ड को पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाता है?

हां, UIDAI ने e-PAN को भी पहचान दस्तावेज के रूप में मान्यता दी है।