Table of Contents
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26:बिहार सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और खेती को तकनीकी रूप से मजबूत बनाने के लिए कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों पर 40% से 80% तक का अनुदान (सब्सिडी) दिया जाएगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को ऐसी मशीनें उपलब्ध कराना है, जिनसे खेतों में मेहनत और समय दोनों की बचत हो सके। लेकिन इसके साथ ही आवेदन प्रक्रिया और सीमित बजट को लेकर किसानों में नाराजगी भी देखने को मिल रही है।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
- सब्सिडी का प्रावधान – किसानों को 70 से अधिक कृषि उपकरणों पर अनुदान मिलेगा।
- DBT की पारदर्शिता – अनुदान की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
- आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता – पावर टिलर, ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, पंपसेट, थ्रेशर जैसी मशीनों पर छूट।
- ऑनलाइन पंजीकरण – फार्म मेकेनाइजेशन पोर्टल और DBT पोर्टल पर आवेदन करना अनिवार्य।
- कृषि में आधुनिक तकनीक का उपयोग – खेती को आसान और उत्पादक बनाने की दिशा में बड़ा कदम।
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 पर किन-किन उपकरणों पर मिलेगा अनुदान
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 में योजना में लगभग 70 कृषि उपकरण शामिल किए गए हैं, जिन पर किसानों को 40% से 80% तक की छूट मिलेगी। इनमें शामिल हैं –
- ट्रैक्टर और पावर टिलर
- राइस ट्रांसप्लांटर (धान रोपाई मशीन)
- हार्वेस्टर और थ्रेशर
- पंपसेट और सिंचाई उपकरण
- मल्चर, रोटावेटर और कल्टीवेटर
- फसल कटाई और भंडारण उपकरण
- स्प्रेयर और ड्रोन आधारित तकनीक
उदाहरण के लिए, यदि किसी उपकरण की कीमत 50,000 रुपये है और उस पर 60% अनुदान है, तो किसान को केवल 20,000 रुपये खर्च करने होंगे।
READ ALSO:-
- नवंबर की ठंड शुरू! जानिए इस बार कितना गिरेगा तापमान, कहाँ-कहाँ पड़ेगी सबसे ज्यादा सर्दी?
- Top 5 Mustard Varieties 2025:“2025 में ये 5 सरसों की किस्में किसानों की किस्मत बदल देंगी – जानें कौन सी है नंबर 1!”
- आधार कार्ड में नया मोबाइल नंबर कैसे लिंक करें? जानिए पूरी प्रक्रिया, जरूरी बातें और फायदे
- 5 से 10 नवंबर तक पूरे भारत का मौसम बदलेगा! जानिए कहाँ पड़ेगी ठंड और कहाँ बरसेगी बारिश
- आधार PAN लिंक 2025: आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2025, अगर नहीं किया लिंक तो 1 जनवरी से पैन कार्ड होगा इनएक्टिव!
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 आवेदन की प्रक्रिया(How to Apply Krishi Yantrikaran Yojna 2025-26)
1.अपने ब्राउज़र में farmech.bihar.gov.in (Farm Mechanisation / OFMAS) खोलें — यहीं से आवेदन शुरू होता है।
2.होमपेज पर “Farmer Application” या “Farmer Application → सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन करें” जैसे विकल्प खोजें। इस मेन्यू में: Application Entry, Update Application, Finalize Application, Print Acknowledgement, Check Status जैसे ऑप्शन होंगे।
3) Application Entry (नया आवेदन भरें)
- Application Entry पर क्लिक करें।
- फॉर्म में निम्न जानकारी भरें: नाम, पिता/पत्नीक का नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स (खाता नंबर, IFSC), ज़िला/ब्लॉक/ग्राम, खेत की जानकारी, और कितना implement चाहिए — ड्रॉप-डाउन से उपकरण चुनें।
4) उपकरण (Implement) और डीलर चुनें
- पोर्टल पर उपलब्ध सूची (catalogue) में से वह मशीन/उपकरण चुनें जिस पर आप सब्सिडी चाहते हैं।
- अधिकतर मामलों में अधिकृत डीलर का चुनाव करना पड़ता है — डीलर चुनें और यदि डीलर कोटेशन मांगा गया है तो अपलोड कर दें।
5) दस्तावेज़ अपलोड करें
- स्कैन किए हुए (JPEG/PDF) दस्तावेज़ अपलोड करें: Aadhaar, बैंक पासबुक का पेज़ जिसमें नाम/खाता दिखे (या cancelled cheque), भूमि-प्रमाण आदि।
- फोटोग्राफ और हस्ताक्षर (यदि मांगा जाए) अपलोड करें।
6.फॉर्म भरने के बाद Save/Preview करें। गलती न हो तो Finalize (अंतिम सबमिट) करें।सबमिट होने पर Acknowledgement / Application Number बन जाएगा — इसे प्रिंट या स्क्रीनशॉट कर लें। यह नंबर आगे ट्रैक करने में काम आएगा।
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26में क्या- क्या लगेगा Documents
- Aadhaar कार्ड (बायो-मेट्रिक/ओटीपी से जुड़े मोबाइल नंबर से)।
- बैंक पासबुक / खाता नंबर + IFSC (खाता Aadhaar से लिंक होना चाहिए)।
- भूमि/खेत का प्रमाण (किसी जिले का रिकॉर्ड, खसरा/नकल/पट्टा इत्यादि)।
- पुनः सत्यापन के लिए विक्रेता/डीलर से आशय पत्र या कोटेशन (यदि मांगा जाए)।
- मोबाइल नंबर और ई-मेल (OTP/समाचार के लिए)।
नोट: सबसे पहले DBT (Direct Benefit Transfer) पोर्टल पर
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 किसान अपने आवेदन की स्थिति पोर्टल पर जाकर Check Status विकल्प के जरिए देख सकते हैं। इसमें आवेदन नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर यह पता लगाया जा सकता है कि आवेदन स्वीकृत हुआ है या प्रक्रिया में है।
इस पूरी प्रक्रिया में यह ध्यान रखना जरूरी है कि किसान का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होगा तो सब्सिडी राशि अटक सकती है। साथ ही, आवेदन के समय वही मोबाइल नंबर इस्तेमाल करें जो आधार से जुड़ा है, क्योंकि सभी OTP और सूचना उसी पर आएगी।
यदि किसी किसान को आवेदन प्रक्रिया में दिक्कत आती है तो वे अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय या सहायक निदेशक (कृषि अभियांत्रिकी) से मदद ले सकते हैं। अक्सर ब्लॉक या जिला स्तर पर अधिकारी और तकनीकी सहायकों की टीम किसानों की ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया में मदद करती है।
किसानों की राय
योजना को लेकर किसानों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई किसान इसे खेती में क्रांतिकारी कदम मान रहे हैं। उनका कहना है कि अब कम मेहनत और कम लागत में खेती हो पाएगी। दूसरी ओर, कुछ किसान यह भी शिकायत कर रहे हैं कि आवेदन प्रक्रिया बहुत जटिल है और गाँवों में इंटरनेट की सुविधा न होने से आवेदन करना कठिन हो जाता है।
कुछ किसानों ने यह भी आरोप लगाया है कि डीलर या दलाल उनसे अतिरिक्त पैसे वसूलते हैं। वहीं, पिछली योजनाओं की तरह अनुदान राशि मिलने में देरी की संभावना भी जताई जा रही है।
किसानों के लिए लाभ
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसान अब महंगे उपकरण कम कीमत पर खरीद सकते हैं। इससे खेती में कई फायदे होंगे।
- कम लागत में खेती – मशीनों से खेती करने पर मजदूरी खर्च घटेगा।
- उत्पादन में वृद्धि – आधुनिक उपकरणों से समय पर जुताई, बुवाई और कटाई संभव होगी।
- गुणवत्ता में सुधार – वैज्ञानिक पद्धतियों से उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ेगी।
- समय की बचत – मशीनें कम समय में ज्यादा काम करती हैं।
- मजदूरों पर निर्भरता कम – आजकल मजदूरों की कमी रहती है, ऐसे में मशीनों से यह समस्या दूर होगी।



