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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने मैट्रिक परीक्षा 2026 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह परीक्षा राज्यभर के लाखों छात्रों के भविष्य से जुड़ी होती है। इस बार बोर्ड ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन फॉर्म भरने की व्यवस्था जारी रखी है, लेकिन इसके साथ कुछ नए नियम भी लागू किए गए हैं, जिनका सीधा असर छात्रों पर पड़ेगा।
5 अक्टूबर 2025 तक फॉर्म भरने की अंतिम तिथि तय की गई है। अगर कोई छात्र समय पर फॉर्म नहीं भरता है, तो उसे अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा। वहीं, 2025 से पहले उत्तीर्ण छात्रों को बैटरमेंट (सुधार परीक्षा) का मौका नहीं मिलेगा।
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बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2026 में मैट्रिक फॉर्म भरने की प्रक्रिया और अंतिम तिथि
बिहार बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि मैट्रिक परीक्षा 2026 का फॉर्म छात्रों को अपने विद्यालय के माध्यम से ही ऑनलाइन भरना होगा।
- स्कूल प्रमुख (प्राचार्य/प्रधानाध्यापक) अपने User ID और Password से लॉगिन कर सभी छात्रों का फॉर्म भरेंगे।
- आवेदन प्रक्रिया 15 सितंबर से शुरू हुई है और 5 अक्टूबर 2025 तक चलेगी।
- परीक्षा शुल्क और ऑनलाइन आवेदन से जुड़ी जानकारी छात्रों को स्कूल में जाकर लेनी होगी।
यह कदम छात्रों के लिए सकारात्मक है क्योंकि इससे फॉर्म भरने की प्रक्रिया व्यवस्थित होगी और साइबर कैफे या अन्य जगहों पर गलतियां होने की संभावना कम होगी।
2025 से पहले के उत्तीर्ण छात्रों के लिए बड़ी समस्या
बोर्ड ने इस बार एक बड़ा बदलाव किया है। 2025 से पहले मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र सुधार (Improvement/Betterment Exam) का फॉर्म नहीं भर पाएंगे।
इसका मतलब यह है कि अगर किसी छात्र ने 2024 या उससे पहले मैट्रिक पास किया है और वह अपने अंक सुधारना चाहता है, तो अब उसके पास कोई विकल्प नहीं है।
यह बदलाव कई छात्रों के लिए नकारात्मक साबित होगा। खासकर वे छात्र, जो भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं या करियर के लिए अपने अंकों को बेहतर बनाना चाहते थे।
बोर्ड का तर्क है कि हर साल बैटरमेंट के नाम पर काफी अव्यवस्था और फर्जीवाड़ा सामने आता था। ऐसे में इस फैसले से पारदर्शिता बढ़ेगी और केवल वर्तमान सत्र के छात्र ही सुधार परीक्षा का लाभ उठा सकेंगे।
छात्रों के सामने चुनौतियाँ और समाधान
इस नए नियम और समयसीमा को लेकर छात्रों और अभिभावकों में मिश्रित प्रतिक्रिया है।
- सकारात्मक पहलू: ऑनलाइन प्रक्रिया, डिजिटल पारदर्शिता और समयबद्ध व्यवस्था।
- नकारात्मक पहलू: पुराने छात्रों के लिए बैटरमेंट का विकल्प खत्म होना।
संभावित समस्याएँ
- ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट की कमी से आवेदन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
- जो छात्र किसी कारण से निर्धारित समय पर फॉर्म नहीं भर पाएंगे, उन्हें पूरा साल इंतजार करना होगा।
- 2025 से पहले पास हुए छात्रों के लिए अब अंक सुधार का कोई अवसर नहीं बचेगा।
संभावित समाधान
- सरकार को चाहिए कि ऐसे छात्रों के लिए अलग से “Special Chance Exam” आयोजित करे।
- विद्यालय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर सभी छात्रों को समय पर फॉर्म भरने की जानकारी दी जाए।
- तकनीकी दिक्कतों को कम करने के लिए Helpdesk नंबर और ईमेल सपोर्ट सक्रिय रखा जाए।
बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2026 का फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर 2025 तय की गई है। यह छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है कि वे समय रहते अपने स्कूल के माध्यम से आवेदन करें।
हालांकि, 2025 से पहले उत्तीर्ण छात्रों के लिए बैटरमेंट का मौका खत्म होना निश्चित रूप से एक नकारात्मक पहलू है, जिसने कई छात्रों को निराश किया है।
फिर भी, डिजिटलाइजेशन और पारदर्शिता की दिशा में यह कदम भविष्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने वाला साबित हो सकता है।



