Arattai के बाद अब Zoho अपने नए ईमेल प्लेटफॉर्म Zoho Mail की वजह से सुर्खियों में है। यह प्लेटफॉर्म खासकर उन यूज़र्स के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है जो Gmail के मुकाबले एक प्राइवेट और एड-फ्री ईमेल सर्विस की तलाश में हैं। 2024-25 में भारत में “मेड इन इंडिया” ऐप्स को लेकर उत्साह बढ़ा है, और gmail to zoho switch step by step ट्रेंड तेजी से फैल रहा है।
Zoho Mail की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से एड-फ्री (Ad-Free) है — यानी कोई विज्ञापन, कोई पॉप-अप और कोई ट्रैकिंग नहीं। यह प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को एक क्लीन, डिस्ट्रैक्शन-फ्री और सुरक्षित ईमेल अनुभव देता है। साथ ही, Zoho अपने सभी सर्विसेज़ में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है, ताकि आपका डेटा किसी तीसरे पक्ष की पहुंच से पूरी तरह सुरक्षित रहे।
Bihar Graduation Scholarship 2025: बिहार सरकार हर साल स्नातक (Graduation) पास छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है ताकि वे उच्च शिक्षा या करियर की तैयारी कर सकें। यह योजना खास तौर पर मुख्यमंत्री स्नातक छात्रवृत्ति योजना (Mukhymantri Sanatak Protsahan Yojana) के नाम से चलाई जाती है।
2025 में जिन विद्यार्थियों ने आवेदन किया था, अब उनका भुगतान (Payment) जारी किया जा रहा है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपके खाते में पैसा आया या नहीं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स ध्यान से पढ़ें।
बिहार स्नातक छात्रवृत्ति योजना 2025 क्या है?
Bihar Graduation Scholarship 2025, बिहार सरकार की एक प्रमुख पहल है। इसका उद्देश्य राज्य के उन युवाओं को प्रोत्साहन देना है जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) पास किया है।
इस योजना के तहत —
सामान्य वर्ग (General), पिछड़ा वर्ग (OBC), अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC), अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के छात्र आवेदन कर सकते हैं।
सरकार द्वारा चयनित छात्रों को ₹50,000 तक की राशि दी जाती है।
यह राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
मुख्य उद्देश्य: शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना।
बिहार स्नातक छात्रवृत्ति का पैसा आया है या नहीं — कैसे करें ऑनलाइन चेक
Bihar Graduation Scholarship 2025, अब बात करते हैं सबसे जरूरी हिस्से की — “कैसे पता करें कि पैसा आया या नहीं?” बिहार सरकार ने इसके लिए medhasoft.bih.nic.in और dbt.bihar.gov.in वेबसाइटें जारी की हैं।
अब होमपेज पर “Student Payment Status” या “Application Status” का ऑप्शन मिलेगा — उस पर क्लिक करें।
Step 3:
अब आपसे कुछ जानकारी मांगी जाएगी —
District (जिला चुनें)
College Name
Student Name या Registration Number
Step 4:
सभी जानकारी भरने के बाद “Search” बटन पर क्लिक करें।
Step 5:
अब आपके सामने आपकी Application Status खुल जाएगी, जहां यह लिखा होगा कि —
आपका आवेदन स्वीकृत हुआ है या नहीं
बैंक में पैसा भेजा गया या नहीं
Payment Reference Number और Date
अगर “Payment Success” लिखा है तो समझिए कि पैसा आपके बैंक खाते में जल्द ही पहुंच जाएगा।
अगर पैसा नहीं आया तो क्या करें?
Bihar Graduation Scholarship 2025, कई बार सर्वर या बैंक की देरी की वजह से भुगतान में कुछ समय लग जाता है। अगर आपके आवेदन में सबकुछ सही है लेकिन अभी भी पैसा नहीं आया, तो नीचे दिए उपाय अपनाएं।
स्क्रीन पर आपके भुगतान की पूरी जानकारी दिखाई देगी।
निष्कर्ष
Bihar Graduation Scholarship 2025, राज्य के लाखों युवाओं के लिए एक बड़ा सहारा है। अगर आपने आवेदन किया है, तो ऊपर दिए गए तरीकों से ऑनलाइन पेमेंट स्टेटस चेक करें।
अगर आपका पैसा नहीं आया है, तो बैंक और कॉलेज दोनों से वेरिफिकेशन करवाना जरूरी है। सरकार द्वारा सभी योग्य छात्रों के खातों में धीरे-धीरे पैसा भेजा जा रहा है, इसलिए चिंता न करें।
PM Kisan Samman Nidhi Yojana 21वीं installment 2025:प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) भारत सरकार की उन योजनाओं में से एक है, जिसने छोटे और सीमांत किसानों के जीवन में क्रांति ला दी है। यह योजना विशेष रूप से उन किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है जिनकी आय कृषि कार्यों पर निर्भर करती है।
योजना के तहत किसानों को साल में तीन किस्तों में वित्तीय सहायता दी जाती है। 2025 में 21वीं किस्त का इंतजार पूरे देश के किसानों को है। इस किस्त के माध्यम से सरकार ने किसानों के लिए एक और अवसर प्रदान किया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके और खेती संबंधी लागतों का बोझ कम हो सके। इस आर्टिकल में हम विस्तार से बताएंगे कि 21वीं किस्त कब आएगी, इसका भुगतान कैसे होगा, e-KYC और बैंक खाता अपडेट कैसे करें, लाभार्थी सूची कैसे देखें और इस योजना से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलू।
PM Kisan Samman Nidhi Yojana 21वीं Kist की तारीख और भुगतान प्रक्रिया
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त का भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग समय पर यह किस्त किसानों के बैंक खातों में भेजी जा रही है। उदाहरण के लिए, जम्मू-कश्मीर में लगभग 8.5 लाख किसानों के बैंक खातों में ₹2,000 की राशि पहले ही ट्रांसफर की जा चुकी है। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के किसानों को भी यह किस्त जारी की गई है। बाकि राज्यों में इस किस्त के दिवाली से पहले जारी होने की संभावना जताई जा रही है।
भुगतान प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल माध्यम से की जाती है। इसके लिए सबसे पहले किसान का बैंक खाता आधार से लिंक होना आवश्यक है। भुगतान सीधे बैंक खाते में भेजा जाता है, जिससे किसी प्रकार की देरी या बिचौलियों की समस्या नहीं होती। किसान अपनी स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि किस्त समय पर उनके खाते में पहुंच जाए। यदि किसी किसान का नाम लाभार्थी सूची में नहीं है, तो उसे तुरंत e-KYC और बैंक जानकारी अपडेट करनी होगी।
इस किस्त के माध्यम से सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि छोटे और सीमांत किसान अपनी कृषि संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और खेती में आने वाले खर्चों को आसानी से प्रबंधित कर सकें। 21वीं किस्त न केवल आर्थिक मदद देती है, बल्कि किसानों में आत्मनिर्भर बनने की भावना भी पैदा करती है।
PM Kisan Samman Nidhi Yojana 21वीं Kist 2025 e-KYC और बैंक जानकारी अपडेट कैसे करें
किसान योजना की 21वीं किस्त पाने के लिए यह सुनिश्चित करें कि उनका e-KYC अपडेटेड है। बिना e-KYC अपडेट किए हुए किसान किस्त प्राप्त नहीं कर सकते। e-KYC अपडेट करने के लिए किसान PM Kisan की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर Farmer Corner में अपना विवरण दर्ज कर सकते हैं।
बैंक खाता और IFSC कोड सही और अपडेटेड होना चाहिए। इसके अलावा, आधार संख्या को बैंक खाते से लिंक करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि भुगतान सीधे बैंक खाते में पहुंचे और किसी प्रकार की त्रुटि न हो।
यदि किसी किसान का e-KYC अपडेट नहीं है, तो उसे तत्काल नजदीकी CSC सेंटर या बैंक शाखा में जाकर अपने दस्तावेज़ अपडेट कराने चाहिए। बैंक खाता अपडेट करने से किसान सीधे अपने खाते में किस्त प्राप्त कर सकते हैं और सरकारी सहायता का पूरा लाभ उठा सकते हैं।
इसके अलावा, e-KYC अपडेट होने से सरकार को किसानों की पहचान और वित्तीय स्थिति को सही तरीके से ट्रैक करने में मदद मिलती है। यह योजना पूरी तरह से पारदर्शी और डिजिटल माध्यम से संचालित की जाती है, जिससे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार या धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।
PM Kisan Samman Nidhi Yojana 21वीं Kist 2025 लाभार्थी सूची कैसे चेक करें और नाम शामिल कराने की प्रक्रिया
PM Kisan योजना के तहत सभी लाभार्थियों की सूची ऑनलाइन उपलब्ध है। किसान अपनी स्थिति चेक कर सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनका नाम सूची में है या नहीं। लाभार्थी सूची चेक करने के लिए PM Kisan की वेबसाइट पर जाएं और Beneficiary List या Farmer Corner ऑप्शन चुनें। इसके बाद राज्य, जिला, ब्लॉक और पंचायत चुनकर अपने नाम की जांच करें।
यदि आपका नाम सूची में नहीं है, तो इसे शामिल कराने के लिए किसान को स्थानीय कृषि कार्यालय या CSC केंद्र में आवेदन करना होगा। इसके लिए आवश्यक दस्तावेज़ों में आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और भूमि रिकॉर्ड शामिल होते हैं। नाम सूची में शामिल होने के बाद ही किसान 21वीं किस्त प्राप्त कर पाएंगे।
इस प्रक्रिया को समय पर पूरा करने से किसान सुनिश्चित कर सकते हैं कि उन्हें किस्त समय पर प्राप्त हो। लाभार्थियों की सूची नियमित रूप से अपडेट की जाती है, इसलिए किसान अपने नाम की स्थिति हर महीने जांचते रहें।
PM Kisan योजना के लाभ और किसानों के लिए सुझाव
PM Kisan Samman Nidhi Yojana छोटे और सीमांत किसानों के लिए आर्थिक सहारा है। इस योजना के तहत साल में तीन किस्तों में कुल ₹6,000 की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है। यह राशि खेती के दौरान आने वाले खर्चों को पूरा करने में मदद करती है।
लाभ:
आर्थिक सुरक्षा और खेती के लिए पूंजी।
ऋण पर निर्भरता कम करना।
डिजिटल माध्यम से सीधे बैंक खाते में भुगतान।
पारदर्शिता और समय पर सहायता।
सुझाव:
लाभार्थी सूची की नियमित जांच करें।
e-KYC और बैंक जानकारी समय पर अपडेट करें।
सरकारी वेबसाइट से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें।
किसी भी प्रकार के धोखाधड़ी संदेश या कॉल से सावधान रहें।
अन्य सरकारी कृषि योजनाओं के लिए भी आवेदन करें।
योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना और उनकी कृषि गतिविधियों को सुचारु रूप से चलाना है। 21वीं किस्त के माध्यम से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और खेती के खर्चों का बोझ कम होगा।
Conclusion
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। 21वीं किस्त का भुगतान समय पर सभी योग्य किसानों के खाते में होना चाहिए। किसानों को e-KYC और बैंक जानकारी अपडेट रखने के साथ-साथ लाभार्थी सूची की नियमित जांच करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि सभी किसान समय पर लाभ प्राप्त कर सकें और योजना का पूरा लाभ उठा सकें।
FAQ Section
Q1: PM Kisan 21वीं किस्त कब आएगी?
जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में पहले ही ट्रांसफर हो चुका है। अन्य राज्यों में दिवाली से पहले आने की संभावना है।
Q2: e-KYC अपडेट क्यों जरूरी है?
e-KYC अपडेट किए बिना किसान किस्त प्राप्त नहीं कर सकते। यह भुगतान को डिजिटल और पारदर्शी बनाता है।
Q3: लाभार्थी सूची कैसे चेक करें?
PM Kisan वेबसाइट पर जाकर Beneficiary List में अपना नाम चेक करें।
Q4: बैंक खाता गलत होने पर क्या करें?
नजदीकी CSC केंद्र या बैंक शाखा में जाकर बैंक विवरण और IFSC को अपडेट करें।
Q5: 21वीं किस्त की राशि कितनी है?
प्रत्येक किसान को ₹2,000 की राशि ट्रांसफर की जाएगी।
Bihar STET 2025 CBT Exam:बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) 2025 के आयोजन को लेकर बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया है। इस बार परीक्षा को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और आधुनिक तकनीक से संपन्न कराने के लिए समिति ने नौ अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। यह परीक्षा 14 अक्टूबर से 16 नवंबर 2025 तक Computer Based Test (CBT) मोड में आयोजित की जाएगी।
बिहार बोर्ड ने इस बार परीक्षा के संचालन की निगरानी के लिए पटना, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया, सहरसा और भोजपुर जिलों को शामिल किया है। परीक्षा के दौरान प्रशासनिक और तकनीकी सहयोग सुनिश्चित करने के लिए नियुक्त अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
परीक्षा तिथि, स्थान और आयोजन प्रणाली की पूरी जानकारी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से जारी कार्यालय आदेश (संख्या 39/2025) में स्पष्ट किया गया है कि माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 14 अक्टूबर 2025 से 16 नवंबर 2025 तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा Computer Based Test (CBT) मोड में होगी, जिससे पेपर लीक जैसी घटनाओं की संभावना समाप्त हो जाएगी और मूल्यांकन प्रक्रिया भी तेज़ी से पूरी की जा सकेगी।
इस बार परीक्षा केंद्रों को बिहार के प्रमुख जिलों में विभाजित किया गया है —
पटना
गया
मुजफ्फरपुर
दरभंगा
भागलपुर
पूर्णिया
सहरसा
भोजपुर
यह सभी केंद्र पूरी तरह ऑनलाइन व्यवस्था से लैस होंगे। अभ्यर्थियों के प्रवेश, बायोमेट्रिक उपस्थिति और लाइव सर्विलांस के तहत परीक्षा प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी।
BSEB अध्यक्ष ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि STET परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से कराया जाए ताकि योग्य उम्मीदवारों को उचित अवसर मिले।”
Bihar STET 2025 CBT Exam,प्रतिनियुक्त अधिकारियों की सूची और जिम्मेदारियां
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी आदेश में नौ अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है जो परीक्षा संचालन से संबंधित सभी प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करेंगे। इन अधिकारियों को परीक्षा की पूरी अवधि तक संबंधित जिलों में तैनात रहना होगा और परीक्षा से जुड़ी किसी भी समस्या या रिपोर्ट को तुरंत केंद्रीय कार्यालय को भेजना होगा।
नीचे दी गई तालिका में अधिकारियों की विस्तृत जानकारी दी गई है:
Bihar STET 2025 CBT Examइन अधिकारियों को 10 अक्टूबर 2025 तक केंद्रीय प्रशासनिक शाखा (विविध) से संपर्क कर आगे की कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया गया है।साथ ही, जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और शिक्षा निदेशक के सहयोग से परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा, निगरानी और प्रशासनिक नियंत्रण सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है।
BSEB ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रतिनियुक्त कर्मियों को कार्य पूर्ण होने के बाद 15 दिनों के भीतर यात्रा व्यय का प्रतिवेदन जमा करना होगा।
STET 2025 CBT परीक्षा की विशेषताएँ और उम्मीदवारों के लिए जरूरी निर्देश
इस वर्ष बिहार बोर्ड की STET परीक्षा को पूरी तरह डिजिटलीकृत किया गया है। इससे न केवल प्रश्नपत्रों की गोपनीयता बनी रहेगी बल्कि मूल्यांकन भी तेज़ी से होगा। परीक्षा में उम्मीदवारों को ऑनलाइन पेपर देना होगा, जहाँ सभी प्रश्नों को कंप्यूटर पर ही हल किया जाएगा।
CBT प्रणाली की मुख्य विशेषताएँ:
परीक्षा केंद्रों पर रीयल-टाइम मॉनिटरिंग।
बायोमेट्रिक उपस्थिति और कैमरा सर्विलांस।
प्रश्नों का रैंडमाइजेशन ताकि किसी भी तरह की नकल की संभावना न रहे।
उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड के साथ वैध फोटो पहचान पत्र लाना अनिवार्य होगा।
परीक्षा हॉल में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की अनुमति नहीं होगी।
BSEB की ओर से अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे परीक्षा से संबंधित अपडेट, एडमिट कार्ड डाउनलोड लिंक और सेंटर विवरण के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाएँ — https://biharboardonline.bihar.gov.in
STET परीक्षा का उद्देश्य और बिहार सरकार की पहल
माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) का मुख्य उद्देश्य बिहार के सरकारी स्कूलों में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों की योग्यता का परीक्षण करना है।पिछले कुछ वर्षों में, बिहार बोर्ड ने परीक्षा प्रक्रिया को लगातार डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। CBT मॉडल का यह दूसरा चरण है, जिसमें तकनीकी खामियों को दूर करते हुए आधुनिक सॉफ्टवेयर आधारित मॉनिटरिंग की जाएगी।
यह परीक्षा बिहार के लाखों अभ्यर्थियों के लिए उम्मीद की किरण है, जो राज्य में शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं। शिक्षा विभाग के अनुसार, इस बार परीक्षा परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी, जिससे राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी हो सके।
BSEB का संदेश: पारदर्शिता और समयबद्धता को प्राथमिकता
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कहा है कि परीक्षा संचालन से जुड़ी सभी प्रक्रियाएँ समयबद्ध और पारदर्शी होंगी। समिति ने प्रशासन, पुलिस और शिक्षा अधिकारियों के सहयोग से अभ्यर्थियों के लिए एक सुरक्षित और निष्पक्ष माहौल तैयार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
संयुक्त सचिव (स्थापना) द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में कहा गया है कि प्रतिनियुक्त अधिकारी अपने कार्यकाल के दौरान पूर्ण जिम्मेदारी से परीक्षा संचालन की निगरानी करेंगे और हर स्थिति में परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराएँगे।
Karwa Chauth 2025:भारत में त्योहारों की बात आते ही हर उत्सव अपने आप में अनूठा होता है, लेकिन अगर सबसे भावनात्मक और प्रेम से जुड़ा कोई त्योहार माना जाए तो वह है करवा चौथ। यह सिर्फ एक व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के अटूट प्रेम, समर्पण और आस्था का पर्व है। हर साल यह व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। करवा चौथ 2025 का इंतजार हर सुहागिन महिला बड़ी बेसब्री से कर रही है, क्योंकि यह दिन उनके वैवाहिक जीवन में मंगलकामना और लंबी उम्र का प्रतीक होता है।
पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 05:45 बजे से 07:00 बजे तक (अधिकांश उत्तर भारत के राज्यों के अनुसार)
चंद्रोदय का समय: रात 08:17 बजे के आसपास (शहर अनुसार भिन्नता संभव)
इस दिन विवाहित महिलाएँ सूर्योदय से पहले सरगी (Sargi) खाकर व्रत आरंभ करती हैं और दिनभर निर्जला उपवास रखती हैं — यानी बिना पानी और अन्न ग्रहण किए, अपने पति की दीर्घायु के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा करती हैं।
करवा चौथ की खासियत यह है कि इसे सिर्फ उत्तर भारत में ही नहीं, बल्कि अब महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में भी मनाया जाने लगा है। सोशल मीडिया और टीवी सीरियल्स ने इस त्योहार को आधुनिक रूप में पेश कर दिया है, जिससे युवतियाँ भी इसे अपने तरीके से मनाने लगी हैं।
Karwa Chauth 2025,का इतिहास, पौराणिक कथा और धार्मिक महत्व
करवा चौथ की परंपरा हजारों वर्षों पुरानी है। इसकी शुरुआत प्राचीन भारत में तब हुई थी जब महिलाएँ अपने पतियों के युद्ध में जाने के बाद उनकी सुरक्षा और दीर्घायु के लिए व्रत रखती थीं। “करवा” का अर्थ होता है मिट्टी का कलश और “चौथ” का अर्थ होता है चतुर्थी तिथि।
Karwa Chauth 2025,पौराणिक मान्यता के अनुसार, माता पार्वती ने सबसे पहले यह व्रत भगवान शिव के लिए रखा था। कहा जाता है कि उनकी तपस्या और समर्पण से प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें “सौभाग्यवती रहने का वरदान” दिया। तभी से यह व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए शुभ और मंगलकारी माना जाता है।
एक प्रसिद्ध कथा वीरवती की भी सुनाई जाती है। वीरवती नाम की एक महिला ने अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। जब वह बहुत प्यास और भूख से व्याकुल हुई, तो उसके भाइयों ने छल से चांद जैसा दीप दिखाकर व्रत खुलवाया। परिणामस्वरूप उसके पति की मृत्यु हो गई। लेकिन जब वीरवती ने सच्चे मन से दुबारा व्रत किया और माता पार्वती की पूजा की, तब उसके पति को पुनः जीवन मिला। तभी से यह व्रत अटूट प्रेम, निष्ठा और आस्था का प्रतीक बन गया।
धार्मिक दृष्टि से भी यह व्रत अत्यंत शुभ माना गया है। स्कंद पुराण और पद्म पुराण में भी इसका उल्लेख मिलता है।इस दिन चंद्र देव को अर्घ्य देकर पूजा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता और स्थायित्व आता है।
पूजा विधि, परंपरा और आधुनिक युग में करवा चौथ का बदलता रूप
सुबह सूर्योदय से पहले महिलाओं को उनकी सास द्वारा “सरगी” दी जाती है, जिसमें मिठाई, फल, सूखे मेवे और पारंपरिक भोजन शामिल होते हैं। यह सरगी व्रत रखने वाली महिला के लिए आशीर्वाद स्वरूप होती है। दिनभर महिलाएँ निर्जला व्रत रखती हैं, यानी न तो पानी पीती हैं और न ही कुछ खाती हैं। दिनभर वे अपने घरेलू कार्यों को पूरा करने के बाद शाम को करवा चौथ की पूजा की तैयारी करती हैं।
शाम को महिलाएँ नए वस्त्र, पारंपरिक साड़ी या लहंगा पहनती हैं।
चौकी पर मिट्टी का करवा रखा जाता है, उसमें पानी भरा जाता है।
माँ पार्वती, भगवान शिव, गणेश जी और कार्तिकेय की मूर्ति रखी जाती है।
कथा सुनाई जाती है, जिसमें वीरवती की कहानी होती है।
पूजा के बाद महिलाएँ एक-दूसरे को करवा चौथ का करवा देती हैं — इसे “करवा देना” कहा जाता है।
अंत में जब चाँद निकलता है, तो महिलाएँ छलनी से चाँद को देखती हैं और फिर अपने पति का चेहरा देखकर अर्घ्य देती हैं।
पति अपनी पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तुड़वाता है।
यह पूरा दृश्य प्रेम, स्नेह और परंपरा का प्रतीक होता है।
आधुनिक युग में करवा चौथ अब केवल परंपरा नहीं, बल्कि एक भावनात्मक अवसर बन गया है। आज के समय में पति भी पत्नी के साथ व्रत रखने लगे हैं, जो “समानता और प्रेम” का प्रतीक माना जाता है। फिल्मों और सोशल मीडिया के प्रभाव से यह त्योहार Karwa Chauth 2025अब युवा पीढ़ी में भी लोकप्रिय हो चुका है।
सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि सामाजिक एकता और स्त्री-शक्ति का भी प्रतीक है। इस दिन महिलाएँ एक-दूसरे के साथ मिलकर पूजा करती हैं, एक-दूसरे को आशीर्वाद देती हैं और अपने अनुभव साझा करती हैं। यह त्योहार भारतीय संस्कृति में स्त्री के स्थान, उसकी निष्ठा और प्रेम की गहराई को दर्शाता है।
सामाजिक स्तर पर यह त्योहार परिवारों में एकता और आपसी संबंधों को मजबूत करता है। हर साल करवा चौथ के मौके पर बाजारों में चूड़ियाँ, मेंहदी, साड़ियाँ, गहने और मिठाइयों की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है। यह त्योहार भारतीय अर्थव्यवस्था में भी उत्सव का माहौल बनाता है।
आजकल कई शहरों में “करवा चौथ सेलिब्रेशन इवेंट्स” भी आयोजित किए जाते हैं, जहाँ पति-पत्नी साथ में पूजा करते हैं और फोटोशूट करवाते हैं। इससे परंपरा में आधुनिकता का मिश्रण दिखाई देता है।
womens world cup-2025: In an exciting match of the Women’s Cricket World Cup 2025, South Africa defeated India by 3 wickets, marking one of the tournament’s most memorable victories. This match was a remarkable blend of emotions, struggles, and passion. Richa Ghosh scored a brilliant 94 runs for India, leading the team to a respectable score, but South Africa’s all-rounder Nadine de Klerk stole the victory from India with a fiery unbeaten innings of 84 runs off 54 balls.
पहली पारी में रिचा घोष की शानदार बल्लेबाजी, भारत ने दिया 252 रनों का लक्ष्य
विशाखापत्तनम के एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में जब भारत की सलामी जोड़ी मैदान पर उतरी तो उम्मीदें बहुत ऊँची थीं। टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन शुरुआत कुछ खास नहीं रही। सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की जोड़ी से एक लंबी साझेदारी की उम्मीद थी, मगर मंधाना जल्द ही पवेलियन लौट गईं।
When India’s score was 55 runs with two wickets down, young wicketkeeper-batter Richa Ghosh came to the crease and changed the course of the innings. She displayed patience initially, gradually found her rhythm, and began to play aggressive shots. Richa scored 94 runs off 77 balls, including 11 fours and 4 sixes.
Richa’s batting was a sight to behold — a remarkable combination of power and class. Whenever India found itself in trouble, Richa maintained the scoring rate with boundaries. Additionally, Sneh Rana (33) and Pratika Rawal (37) contributed valuable runs, helping the team’s total surpass 250. India’s innings ended at 251 all out in 49.5 overs.
Womens World Cup-2025,दक्षिण अफ्रीका की खराब शुरुआत, फिर भी डी क्लार्क ने पलट दिया खेल
दक्षिण अफ्रीका की पारी की शुरुआत भारत के तेज गेंदबाजों ने बेहद शानदार की। पहले ही ओवर में कांति गौड़ ने खतरनाक बल्लेबाज तज़मिन ब्रिट्स (Tazmin Brits) को शून्य पर आउट कर भारत को शानदार शुरुआत दिलाई।इसके बाद कप्तान सून लूस भी टिक नहीं पाईं और 10 रन बनाकर आउट हो गईं।स्कोरबोर्ड पर 30 रन के भीतर दो विकेट गिरने से अफ्रीकी टीम दबाव में आ गई।
हालांकि कप्तान लॉरा वूलवार्ड्ट (Laura Wolvaardt) ने धैर्य के साथ खेलना शुरू किया। उन्होंने विकेट पर टिके रहकर एक छोर संभाला और समय-समय पर बेहतरीन कवर ड्राइव्स और स्ट्रेट शॉट्स से रन जोड़े। उनकी इस मेहनत का नतीजा यह रहा कि स्कोर धीरे-धीरे 100 के पार पहुँचा।लेकिन भारत के स्पिनर स्नेह राणा ने बीच के ओवरों में दो अहम विकेट लेकर अफ्रीका को फिर मुश्किल में डाल दिया।जब स्कोर 81/5 था, तब ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच आसानी से जीत जाएगा।दर्शकों की उम्मीदें और भारतीय खिलाड़ियों का आत्मविश्वास दोनों चरम पर थे।
नादिन डी क्लार्क — दक्षिण अफ्रीका की नई हीरो
इस जीत के बाद नादिन डी क्लार्क पूरे विश्व क्रिकेट में चर्चा का केंद्र बन गई हैं। मैच के बाद उन्होंने कहा:
“मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती कि यह पल कितना खास है। भारत में जीतना हमेशा मुश्किल होता है। हमें यह दिखाना था कि हम किसी भी स्थिति से वापसी कर सकते हैं।”
बिहार महिला सशक्तिकरण योजना 2025 में ₹10,000 लौटाना होगा या नहीं? जानिए पूरी सच्चाईclick here
womens world cup-2025,अगर भारत की हार का विश्लेषण किया जाए, तो यह साफ है कि टीम ने बीच के ओवरों में दबाव बनाए रखने का मौका खो दिया। रिचा घोष की शानदार पारी के बावजूद, मिडिल ऑर्डर ने कोई बड़ी साझेदारी नहीं की। वहीं गेंदबाजी में आख़िरी 10 ओवरों में भारत रन रोकने में नाकाम रहा।स्पिनरों ने शुरू में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन पावर हिटर्स के सामने उनकी लाइन-लेंथ बिगड़ गई।दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका ने अपने अनुभव का फायदा उठाया — उन्होंने रन रेट को कभी ज्यादा बढ़ने नहीं दिया।
डी क्लार्क और ट्रायन की साझेदारी ने भारत के हर गेंदबाज को थका दिया। आख़िरी ओवरों में भारत को विकेट की जरूरत थी, लेकिन डी क्लार्क ने हर मौके को छक्के में बदल दिया।
निष्कर्ष
यह मैच महिला विश्व कप 2025 का सबसे रोमांचक मुकाबला माना जा सकता है। भारत ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन जीत से पहले ही डी. क्लार्क ने सारी उम्मीदें तोड़ दीं। ऋचा घोष की 94 रनों की पारी याद रखी जाएगी, लेकिन जीत अंततः दक्षिण अफ्रीका के नाम रही।
इस जीत के साथ, दक्षिण अफ्रीका को टूर्नामेंट में नया आत्मविश्वास मिला है, जबकि भारत को अपनी आगामी जीत में रणनीति और फिनिशिंग पर ध्यान केंद्रित करने की ज़रूरत है।
बिहार महिला सशक्तिकरण योजना 2025:बिहार सरकार ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना 2025 लॉन्च की है। इस योजना का उद्देश्य है महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करना और उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना। योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को प्रारंभिक सहायता राशि ₹10,000 प्रदान की जाती है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या इस राशि को वापस लौटाना होगा या यह पूरी तरह से मदद के तौर पर दी गई है। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि इस योजना के तहत ₹10,000 लौटाना होगा या नहीं और इसके पीछे की पूरी प्रक्रिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 सितंबर 2025 को इस योजना का औपचारिक शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि यह राशि महिलाओं के स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए दी जा रही है। उनका कहना था,
“महिलाओं को सशक्त बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं अपने छोटे व्यवसाय शुरू कर सकती हैं और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकती हैं। इस योजना में दी जाने वाली राशि एक सहायता राशि (grant) है और इसे लौटाने की कोई आवश्यकता नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि योजना की पहली किस्त ₹10,000 की है, जो महिलाओं को उनके व्यवसाय के आरंभिक खर्चों के लिए दी जाएगी। बाद में छह महीने की समीक्षा के आधार पर अतिरिक्त सहायता भी प्रदान की जा सकती है, जो उनकी प्रगति पर निर्भर करेगी।
इस घोषणा से स्पष्ट होता है कि यह राशि वापस लौटाने योग्य ऋण नहीं, बल्कि सरकारी अनुदान है।
₹10,000 राशि के लाभ और वापसी की स्थिति
योजना के तहत ₹10,000 राशि का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने में मदद करना है। इसका प्रयोग महिला अपने व्यवसाय की शुरुआती लागत, कच्चा माल खरीदने, या जरूरी उपकरण खरीदने में कर सकती हैं।
राशि वापसी की स्थिति
आधिकारिक स्रोतों के अनुसार यह राशि grant है, यानी यह आर्थिक सहायता के रूप में दी जा रही है।
योजना में कहीं भी यह उल्लेख नहीं है कि यह राशि लौटानी होगी।
मीडिया रिपोर्ट और सरकारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, यह राशि केवल महिला के व्यवसाय शुरू करने में मदद करने के लिए है।
भविष्य में यदि महिला को अतिरिक्त सहायता मिलती है (जैसे ₹2,00,000 तक), तो यह भी उसी शर्त पर दी जाएगी कि यह वापस लौटाने योग्य नहीं है।
इसका मतलब साफ है — योजना में दी गई ₹10,000 राशि को महिला को वापस लौटाने की जरूरत नहीं है। यह पूरी तरह से सहायता राशि है।
बिहार महिला सशक्तिकरण योजना 2025,योजना से जुड़ी सावधानियाँ और आवेदन प्रक्रिया
हालांकि राशि लौटानी नहीं है, लेकिन महिलाओं को योजना का लाभ लेने से पहले कुछ सावधानियाँ जरूर बरतनी चाहिए:
अधिकारिक आवेदन: आवेदन केवल बिहार सरकार की आधिकारिक पोर्टल या नजदीकी ग्रामीण विकास कार्यालय में किया जा सकता है।
दस्तावेज़: लाभार्थी महिला को अपना आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और पहचान पत्र जमा करना होगा।
व्यवसाय योजना: आवेदन के समय महिला से पूछा जाता है कि वह राशि का किस प्रकार उपयोग करेगी। यह व्यवसाय योजना जांच के लिए आवश्यक है।
समीक्षा: पहली किस्त मिलने के छह महीने बाद सरकार द्वारा समीक्षा की जाती है। यह केवल प्रगति के मूल्यांकन के लिए है, राशि लौटाने के लिए नहीं।
अन्य सहायता: यदि महिला योजना के तहत अच्छी प्रगति दिखाती है, तो उसे अतिरिक्त राशि दी जा सकती है, जिससे उसका व्यवसाय और मजबूत होगा।
इन सभी सावधानियों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ सही तरीके से महिलाओं तक पहुँचे।
निष्कर्ष
बिहार महिला सशक्तिकरण योजना 2025 महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के तहत दी जाने वाली ₹10,000 की राशि वापस लौटाने योग्य नहीं है। यह एक सहायता राशि (grant) है, जो महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने में मदद करती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्पष्ट बयान और आधिकारिक सरकारी निर्देशों के अनुसार, लाभार्थी महिलाओं को इस राशि को वापस लौटाने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह योजना महिलाओं को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मजबूत पहल है।योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को केवल आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी है और निर्धारित दस्तावेज़ जमा करने हैं। सही तरीके से योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं को भविष्य में और अधिक सहायता भी मिल सकती है।
इस प्रकार, बिहार सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया कदम महिलाओं के लिए सरल और लाभकारी रहे।
Bihar Police Constable Vacancy 2025:बिहार में युवाओं के लिए सरकारी नौकरी पाने का शानदार मौका आया है। केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती (CSBC) ने बिहार पुलिस में मद्य निषेध सिपाही, जेल वार्डर और मोबाइल स्क्वाड कॉन्स्टेबल के कुल 4128 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस भर्ती में देशभर के अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 5 नवंबर 2025 तय की गई है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट csbc.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
मुख्य बातें (Highlights)
बिहार पुलिस में 4128 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू।
आवेदन की अंतिम तिथि 5 नवंबर 2025 तय।
12वीं पास उम्मीदवार आवेदन के पात्र।
आवेदन शुल्क मात्र ₹100।
सभी राज्य के अभ्यर्थी फॉर्म भर सकते हैं।
Bihar Police Bharti 2025: पदों का विवरण
Table of Contents
इस भर्ती अभियान के तहत बिहार सरकार ने राज्य के पुलिस विभाग में कई श्रेणियों के पदों को भरने की घोषणा की है। इसमें शामिल हैं:
बिहार पुलिस भर्ती में आवेदन करने के लिए सभी वर्गों के उम्मीदवारों को ₹100/- का शुल्क देना होगा। फीस का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है। बिना शुल्क के आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
किसी भी स्टेट के अभ्यर्थी कर सकते हैं अप्लाई
इस भर्ती (Bihar Police Bharti 2025) में शामिल होने के लिए उम्मीदवार का भारत का नागरिक होना चाहिए अर्थात किसी भी राज्य के अभ्यर्थी इस भर्ती के लिए पात्र हैं।
चयन प्रक्रिया (Selection Process)
Bihar Police Constable Vacancy 2025 की इस भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों का चयन निम्नलिखित चरणों के आधार पर किया जाएगा:
लिखित परीक्षा (Written Test)
शारीरिक दक्षता परीक्षा (Physical Efficiency Test)
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (Document Verification)
मेडिकल टेस्ट (Medical Examination)
लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा। अंत में, मेरिट सूची में चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी।
Bihar Police Constable Vacancy 2025,फिजिकल टेस्ट के लिए मानदंड (Physical Standards)
दौड़: 1.6 किलोमीटर को 6 मिनट में पूरा करना अनिवार्य
महिला उम्मीदवारों के लिए:
ऊंचाई: न्यूनतम 155 सेमी
दौड़: 1 किलोमीटर को 6 मिनट में पूरा करना आवश्यक
महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
प्रक्रिया
तिथि
आवेदन प्रारंभ
6 अक्टूबर 2025
आवेदन की अंतिम तिथि
5 नवंबर 2025
परीक्षा तिथि
जल्द जारी होगी
एडमिट कार्ड डाउनलोड
परीक्षा से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर
Bihar Police Constable Salary 2025
बिहार पुलिस भर्ती 2025 के तहत चयनित उम्मीदवारों को लेवल-3 पे स्केल (₹21,700 – ₹69,100) के तहत सैलरी दी जाएगी।साथ ही, उन्हें अन्य भत्ते जैसे — महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, और गृह किराया भत्ता भी दिया जाएगा।
यदि आप बिहार पुलिस विभाग में नौकरी करना चाहते हैं और 12वीं पास हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है। Bihar Police Constable Vacancy 2025 में आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 5 नवंबर 2025 तक फॉर्म भरे जा सकते हैं। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि आवेदन करते समय सभी दस्तावेज सही-सही अपलोड करें और आवेदन शुल्क जमा करना न भूलें।
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यह भर्ती एक बड़ा अवसर है, इसलिए अंतिम तिथि का इंतजार न करें और जल्द आवेदन करें।
Bihar Board Inter Exam 2026: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2026 के लिए पंजीकृत छात्रों के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब छात्र 12 अक्टूबर 2025 तक अपने स्कूल या कॉलेज के माध्यम से फॉर्म भरवा सकते हैं। पहले यह तिथि 6 अक्टूबर निर्धारित थी, लेकिन अब इसे छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बढ़ाया गया है।
बिहार बोर्ड का बड़ा निर्णय: छात्रों को दी राहत
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सूचित किया है कि इंटरमीडिएट परीक्षा 2026 के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके विद्यार्थियों के ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ाकर 12 अक्टूबर 2025 कर दी गई है। इस निर्णय से हजारों विद्यार्थियों को राहत मिली है, जो किसी कारणवश समय पर फॉर्म नहीं भर पाए थे।
बोर्ड के मुताबिक, यह फॉर्म संबंधित शैक्षणिक संस्थान के प्रधान (Principal) द्वारा भरे जाएंगे। संस्थान के प्रमुख को आधिकारिक वेबसाइट seniorsecondary.biharboardonline.com पर लॉगिन करके सभी विद्यार्थियों के डेटा को अपडेट और सबमिट करना होगा।
आवेदन प्रक्रिया: कैसे भरें ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म
इंटर परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। इसके लिए छात्र को अपने संस्थान के प्रधान के माध्यम से निम्न चरणों का पालन करना होगा:
बोर्ड ने बताया कि शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 11 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है। यानी कि 12 अक्टूबर तक फॉर्म भरे जा सकेंगे, लेकिन शुल्क का भुगतान उससे पहले यानी 11 अक्टूबर तक ही किया जा सकेगा। बोर्ड ने सभी संस्थानों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रकार की त्रुटि से बचने के लिए समय रहते आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।
अगर किसी विद्यार्थी या संस्थान को आवेदन या शुल्क जमा करने में किसी प्रकार की असुविधा होती है, तो वे हेल्पलाइन नंबर 0612-2230039 पर संपर्क कर सकते हैं। यह नंबर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सक्रिय रहेगा।
बिहार बोर्ड की अपील: समय पर करें आवेदन
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी छात्रों और स्कूलों से अनुरोध किया है कि वे अंतिम तिथि का इंतजार न करें। अक्सर अंतिम दिनों में सर्वर की समस्या के कारण आवेदन प्रक्रिया प्रभावित होती है। इसलिए सभी शैक्षणिक संस्थान 11 अक्टूबर से पहले शुल्क भुगतान और 12 अक्टूबर तक फॉर्म सबमिट सुनिश्चित करें।
बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस तिथि के बाद किसी भी छात्र का फॉर्म स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसलिए समय पर आवेदन करने वालों को ही परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दी जाएगी।क्यों बढ़ाई गई तिथि — बोर्ड ने दिया कारणसूत्रों के मुताबिक, बिहार के कई जिलों से रिपोर्ट मिली थी कि तकनीकी कारणों और सर्वर की धीमी गति की वजह से कई छात्रों का फॉर्म सबमिट नहीं हो पाया था। इसी को ध्यान में रखते हुए BSEB ने यह निर्णय लिया कि छात्रों को अतिरिक्त समय दिया जाए ताकि कोई भी विद्यार्थी परीक्षा से वंचित न रह जाए।
बोर्ड के अधिकारियों ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि सभी योग्य छात्र इंटर परीक्षा 2026 में शामिल हो सकें। इसलिए अंतिम तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।”
फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बोर्ड इंटर परीक्षा 2026 के लिए Admit Card, Dummy Admit Card और Time Table जारी करेगा।संभावना है कि परीक्षा फरवरी 2026 के पहले सप्ताह से शुरू होगी। फॉर्म भरने के दौरान किसी भी गलती को सुधारने के लिए छात्रों को Dummy Admit Card Correction Window भी उपलब्ध कराई जाएगी।
बिहार बोर्ड द्वारा तिथि बढ़ाने से छात्रों को परीक्षा आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय मिल गया है।यह कदम उन विद्यार्थियों के लिए बड़ी राहत है जो अभी तक किसी कारणवश आवेदन नहीं कर पाए थे।अब सभी छात्रों को चाहिए कि वे अपने विद्यालय के माध्यम से फॉर्म जल्द से जल्द भरवा लें ताकि किसी तरह की परेशानी न हो।
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26:बिहार सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और खेती को तकनीकी रूप से मजबूत बनाने के लिए कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों पर 40% से 80% तक का अनुदान (सब्सिडी) दिया जाएगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को ऐसी मशीनें उपलब्ध कराना है, जिनसे खेतों में मेहनत और समय दोनों की बचत हो सके। लेकिन इसके साथ ही आवेदन प्रक्रिया और सीमित बजट को लेकर किसानों में नाराजगी भी देखने को मिल रही है।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
सब्सिडी का प्रावधान – किसानों को 70 से अधिक कृषि उपकरणों पर अनुदान मिलेगा।
DBT की पारदर्शिता – अनुदान की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता – पावर टिलर, ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, पंपसेट, थ्रेशर जैसी मशीनों पर छूट।
ऑनलाइन पंजीकरण – फार्म मेकेनाइजेशन पोर्टल और DBT पोर्टल पर आवेदन करना अनिवार्य।
कृषि में आधुनिक तकनीक का उपयोग – खेती को आसान और उत्पादक बनाने की दिशा में बड़ा कदम।
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 पर किन-किन उपकरणों पर मिलेगा अनुदान
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 में योजना में लगभग 70 कृषि उपकरण शामिल किए गए हैं, जिन पर किसानों को 40% से 80% तक की छूट मिलेगी। इनमें शामिल हैं –
ट्रैक्टर और पावर टिलर
राइस ट्रांसप्लांटर (धान रोपाई मशीन)
हार्वेस्टर और थ्रेशर
पंपसेट और सिंचाई उपकरण
मल्चर, रोटावेटर और कल्टीवेटर
फसल कटाई और भंडारण उपकरण
स्प्रेयर और ड्रोन आधारित तकनीक
उदाहरण के लिए, यदि किसी उपकरण की कीमत 50,000 रुपये है और उस पर 60% अनुदान है, तो किसान को केवल 20,000 रुपये खर्च करने होंगे।
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 आवेदन की प्रक्रिया(How to Apply Krishi Yantrikaran Yojna 2025-26)
1.अपने ब्राउज़र में farmech.bihar.gov.in(Farm Mechanisation / OFMAS) खोलें — यहीं से आवेदन शुरू होता है।
2.होमपेज पर “Farmer Application” या “Farmer Application → सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन करें” जैसे विकल्प खोजें। इस मेन्यू में: Application Entry, Update Application, Finalize Application, Print Acknowledgement, Check Status जैसे ऑप्शन होंगे।
फॉर्म में निम्न जानकारी भरें: नाम, पिता/पत्नीक का नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स (खाता नंबर, IFSC), ज़िला/ब्लॉक/ग्राम, खेत की जानकारी, और कितना implement चाहिए — ड्रॉप-डाउन से उपकरण चुनें।
4) उपकरण (Implement) और डीलर चुनें
पोर्टल पर उपलब्ध सूची (catalogue) में से वह मशीन/उपकरण चुनें जिस पर आप सब्सिडी चाहते हैं।
अधिकतर मामलों में अधिकृत डीलर का चुनाव करना पड़ता है — डीलर चुनें और यदि डीलर कोटेशन मांगा गया है तो अपलोड कर दें।
5) दस्तावेज़ अपलोड करें
स्कैन किए हुए (JPEG/PDF) दस्तावेज़ अपलोड करें: Aadhaar, बैंक पासबुक का पेज़ जिसमें नाम/खाता दिखे (या cancelled cheque), भूमि-प्रमाण आदि।
फोटोग्राफ और हस्ताक्षर (यदि मांगा जाए) अपलोड करें।
6.फॉर्म भरने के बाद Save/Preview करें। गलती न हो तो Finalize (अंतिम सबमिट) करें।सबमिट होने पर Acknowledgement / Application Number बन जाएगा — इसे प्रिंट या स्क्रीनशॉट कर लें। यह नंबर आगे ट्रैक करने में काम आएगा।
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26में क्या- क्या लगेगा Documents
Aadhaar कार्ड (बायो-मेट्रिक/ओटीपी से जुड़े मोबाइल नंबर से)।
बैंक पासबुक / खाता नंबर + IFSC (खाता Aadhaar से लिंक होना चाहिए)।
भूमि/खेत का प्रमाण (किसी जिले का रिकॉर्ड, खसरा/नकल/पट्टा इत्यादि)।
पुनः सत्यापन के लिए विक्रेता/डीलर से आशय पत्र या कोटेशन (यदि मांगा जाए)।
मोबाइल नंबर और ई-मेल (OTP/समाचार के लिए)।
नोट: सबसे पहले DBT (Direct Benefit Transfer) पोर्टल पर
बिहार कृषि यंत्रीकरण योजना 2025-26 किसान अपने आवेदन की स्थिति पोर्टल पर जाकर Check Status विकल्प के जरिए देख सकते हैं। इसमें आवेदन नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर यह पता लगाया जा सकता है कि आवेदन स्वीकृत हुआ है या प्रक्रिया में है।
इस पूरी प्रक्रिया में यह ध्यान रखना जरूरी है कि किसान का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होगा तो सब्सिडी राशि अटक सकती है। साथ ही, आवेदन के समय वही मोबाइल नंबर इस्तेमाल करें जो आधार से जुड़ा है, क्योंकि सभी OTP और सूचना उसी पर आएगी।
यदि किसी किसान को आवेदन प्रक्रिया में दिक्कत आती है तो वे अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय या सहायक निदेशक (कृषि अभियांत्रिकी) से मदद ले सकते हैं। अक्सर ब्लॉक या जिला स्तर पर अधिकारी और तकनीकी सहायकों की टीम किसानों की ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया में मदद करती है।
किसानों की राय
योजना को लेकर किसानों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई किसान इसे खेती में क्रांतिकारी कदम मान रहे हैं। उनका कहना है कि अब कम मेहनत और कम लागत में खेती हो पाएगी। दूसरी ओर, कुछ किसान यह भी शिकायत कर रहे हैं कि आवेदन प्रक्रिया बहुत जटिल है और गाँवों में इंटरनेट की सुविधा न होने से आवेदन करना कठिन हो जाता है।
कुछ किसानों ने यह भी आरोप लगाया है कि डीलर या दलाल उनसे अतिरिक्त पैसे वसूलते हैं। वहीं, पिछली योजनाओं की तरह अनुदान राशि मिलने में देरी की संभावना भी जताई जा रही है।
किसानों के लिए लाभ
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसान अब महंगे उपकरण कम कीमत पर खरीद सकते हैं। इससे खेती में कई फायदे होंगे।
कम लागत में खेती – मशीनों से खेती करने पर मजदूरी खर्च घटेगा।
उत्पादन में वृद्धि – आधुनिक उपकरणों से समय पर जुताई, बुवाई और कटाई संभव होगी।
गुणवत्ता में सुधार – वैज्ञानिक पद्धतियों से उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ेगी।
समय की बचत – मशीनें कम समय में ज्यादा काम करती हैं।
मजदूरों पर निर्भरता कम – आजकल मजदूरों की कमी रहती है, ऐसे में मशीनों से यह समस्या दूर होगी।