दोपहिया वाहनों के लिए फास्टैग जरूरी नहीं: जानें नितिन गडकरी के बड़े खुलासे में क्या है खास | Latest News 2025

हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक बेहद अहम खुलासा किया है, जो सभी दोपहिया वाहन चलाने वालों के लिए राहत लेकर आया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि दोपहिया वाहनों (Motorcycles, Scooters) को फास्टैग की आवश्यकता नहीं है। यह बयान उन करोड़ों लोगों के लिए बेहद सुकूनभरा है जो रोज़ाना अपनी बाइक या स्कूटर से राष्ट्रीय राजमार्गों या अन्य सड़कों से होकर गुजरते हैं।

अगर आप जानना चाह रहे हैं कि यह नियम क्या है, कब से लागू है, आगे क्या बदलाव हो सकते हैं और सरकार का क्या प्लान है|

क्या है फास्टैग नियम?

फास्टैग (FASTag) एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है, जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का उपयोग कर टोल प्लाज़ा से शुल्क स्वतः ले लेता है। यह वर्तमान में सभी चार पहिया और भारी वाहनों जैसे कि कार, बस, ट्रक इत्यादि के लिए जरूरी है।

नितिन गडकरी का बयान

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मीडिया से बातचीत में यह स्पष्ट किया है:

“दोपहिया वाहनों के लिए फास्टैग जरूरी नहीं है, क्योंकि उनपर राष्ट्रीय राजमार्गों या टोल प्लाज़ा से शुल्क लागू ही नहीं होता।”

यानी अगर आप दोपहिया वाहन चला रहे हैं तो आपको फास्टैग लगवाने या रिचार्ज कराने की आवश्यकता नहीं है।

किसके लिए जरूरी है फास्टैग?

फास्टैग जरूरी है:
1.चार पहिया वाहन (कार, जीप, वैन)
2.भारी वाहन (बस, ट्रक, ट्रेलर)
3.कॉमर्शियल वाहन

फास्टैग जरूरी नहीं है:
दोपहिया वाहन (बाइक, स्कूटर, मोपेड)

क्यों दोपहिया वाहनों को दी गई है छूट?

भारत में दोपहिया वाहन सबसे लोकप्रिय साधनों में से एक है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोग इसका उपयोग करते हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे के टोल सिस्टम में दोपहिया वाहनों को कभी शुल्क के दायरे में लाने का नियम नहीं बनाया गया, इसलिए इनके लिए फास्टैग की आवश्यकता भी नहीं है।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय लगातार तकनीक और नियमों में बदलाव कर रहा है, ताकि यात्रियों को सुविधा मिले।भविष्य में अगर नियमों में बदलाव हुआ तो उसकी सूचना सभी मीडिया चैनलों और सरकारी वेबसाइटों के जरिए दी जाएगी।वर्तमान में दोपहिया वाहनों को टोल शुल्क से पूरी छूट दी गई है।

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देशभर में फास्टैग का असर

2019 में लागू होने के बाद से फास्टैग ने देशभर में ट्राफिक जाम कम किया है।

  • वाहनों का टोल शुल्क स्वतः कटने से टोल प्लाज़ा पर प्रतीक्षा समय कम हुआ है।
  • अब लगभग 95% चार पहिया या भारी वाहन फास्टैग उपयोग कर रहे हैं।

लेकिन दोपहिया वाहनों के लिए यह पूरी तरह से राहत है कि वे बिना फास्टैग या शुल्क के राष्ट्रीय राजमार्गों से गुजर सकते हैं।ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स विशेषज्ञों का कहना है कि यह नीति दोपहिया सवारों को राहत देती है और देशभर में बाइक और स्कूटर उपयोग को प्रोत्साहित करती है, खासकर मध्यम एवं निम्न आय वर्ग में।भविष्य में अगर दोपहिया वाहनों के लिए टोल नीति लागू करने का प्रस्ताव आता है तो उसपर गहन अध्ययन किया जाएगा, और तब तक यह नियम लागू नहीं होगा।

क्या बाइक या स्कूटर के लिए फास्टैग जरूरी है?

नहीं, दोपहिया वाहन यानी बाइक या स्कूटर के लिए फास्टैग जरूरी नहीं है।

क्या बाइक से राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने का शुल्क लगेगा?

वर्तमान नियमों के अनुसार दोपहिया वाहनों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।

क्या भविष्य में दोपहिया वाहनों के लिए फास्टैग लागू होगा?

फिलहाल ऐसा कोई नियम नहीं है। अगर कभी नियम में बदलाव हुआ तो सरकार आधिकारिक सूचना जारी करेगी।

फास्टैग कब से लागू है?

फास्टैग प्रणाली 2019 में पूरे देश में लागू की गई थी।

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